बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने मिशन अपोजिशन पर निकले हुए हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को उन्होंने ओडिशा का रुख किया। उनके साथ मंत्री संजय झा और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह उर्फ राजीव रंजन भी थे। भुवनेश्वर पहुंचते ही सीएम नीतीश कुमार ने ओडिशा के मुंख्यमंत्री नवीन पटनायक के आवास का रुख किया और उनसे वहां पहुंच कर मुलाकात की। नीतीश सफेद गाड़ी में नवीन पटनायक के आवास पर पहुंचे। इसी गाड़ी में उनके साथ मंत्री संजय झा और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी थे। सीएम नवीन पटनायक ने तीनों का स्वागत किया और उन्हें अपने बंगले में अंदर ले गए।
मुलाकात में क्या बन गई बात!
सीएम नवीन पटनायक ने इसके बाद नीतीश कुमार से लंबी बातचीत की। इस दौरान मंत्री संजय झा और ललन सिंह, दोनों ही नीतीश के साथ मौजूद थे। मुलाकात के बाद नीतीश कुमार और नवीन पटनायक ने जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस कॉन्फ्रेंस में नीतीश कुमार ने बताया कि ‘हम लोगों का पुराना रिश्ता है। विपक्षी एकजुटता में सीएम नवीन पटनायक ने शामिल होने की हामी भरी।’
लेकिन नवीन पटनायक ने दे दिया उलट बयान
नीतीश की बातों से ऐसा लगा कि नवीन पटनायक उनके साथ विपक्षी एकता में शामिल होने के लिए तैयार हो गए हैं। लेकिन जब सीएम नवीन पटनायक ने प्रेस के सामने बोलना शुरू किया तो मामला ही पलट गया।
नवीन पटनायक ने कहा कि ‘हम पुराने दोस्त हैं। किसी भी तरह के गठबंधन के बारे में कोई बात नहीं हुई।’ मतलब इस पूरी कवायद का कुल जमा यही निकला कि नीतीश ने नवीन पटनायक से मुलाकात तो कर ली, लेकिन हां सिर्फ दोस्ती यारी तक ही रही, गठबंधन को पटनायक ने ना कर दिया।
Compiled: up18 News