चीन की इकॉनमी कई मोर्चों पर संघर्ष कर रही है। देश में रियल एस्टेट का संकट लगातार गहराता जा रहा है और इससे पूरी इकॉनमी के डूबने का खतरा पैदा हो गया है। इससे उबरने के लिए किए गए सारे उपाय बेअसर हो रहे हैं। इस बीच चीन ने क्रॉस-बॉर्डर डेटा के फ्लो को नियंत्रित करने वाले नियमों में ढील दे दी है।
विदेशी कंपनियों की शिकायत थी कि मौजूदा नियमों के कारण उन्हें अपना कारोबार करने में दिक्कत हो रही है। कई कंपनियों ने तो चीन से अपना बोरिया-बिस्तर समेटना शुरू कर दिया था। इसकी वजह यह थी कि नेशनल सिक्योरिटी के नाम पर चीन की सरकार ने नियमों को सख्त बना दिया था। लेकिन अब चीन की सरकार ने खासकर क्रॉस-बॉर्डर डेटा से जुड़े नियमों में ढील दे दी है।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन के टॉप इंटरनेट रेगुलेटर ने शुक्रवार को कहा कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, सीमा पार यात्रा, विनिर्माण, शैक्षणिक अनुसंधान और मार्केटिंग में इकट्ठा किए गए डेटा को देश से बाहर ट्रांसफर किए जाने पर इसका सुरक्षा मूल्यांकन नहीं होगा। लेकिन इसमें व्यक्तिगत जानकारी या अहम डेटा नहीं होनी चाहिए।
एनालिस्ट्स का कहना है कि अधिकारियों ने अभी तक यह विस्तार से नहीं बताया है कि महत्वपूर्ण डेटा की परिभाषा क्या है। हालांकि नियमों में कई तरह की छूट दी गई है और विशेष रूप से छोटी कंपनियों पर बोझ को कम करने के लिए बहुत कुछ किया गया है।
किसे होगा फायदा
साइबरस्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ चाइना ने कहा कि बड़ी कंपनियों को मानव संसाधन उद्देश्यों के लिए एकत्र किए गए व्यक्तिगत डेटा या नॉन-सेंसिटिव के रूप में वर्गीकृत किए गए डेटा के लिए छूट का लाभ मिलेगा। यह नियम तुरंत प्रभाव से लागू हो गए हैं। चीन की सरकार ने नियमों में यह ढील ऐसे समय दी है जब देश में विदेशी निवेश में गिरावट आई है। चीन इस स्थिति को बदलने की कोशिश कर रहा है। नियमों में ढील ऐसे समय में दी गई है जब बीजिंग में एक हाई-प्रोफाइल बिजनस फोरम की मीटिंग होने जा रही है। इसमें ऐपल, फाइजर और फेडएक्स कॉर्प समेत कई विदेशी कंपनियों के आला अधिकारियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है।
कंसल्टेंसी फर्म Trivium के एनालिस्ट Tom Nunlist ने कहा कि यह विदेशी कंपनियों की शिकायतों पर सरकार का जवाब है। नए नियम काफी हद तक पिछले साल जारी किए गए एक मसौदे के अनुरूप थे। इसमें कहा गया था कि महत्वपूर्ण डेटा क्या है, यह रेगुलेटर तय करेगा। बाकी डेटा को गैर-महत्वपूर्ण माना जा सकता है। इससे इस बारे में भ्रम दूर होगा कि किस प्रकार के डेटा को स्वतंत्र रूप से स्थानांतरित किया जा सकता है।
Nunlist ने कहा कि छोटी और मझोली कंपनियों पर अनुपालन का अधिकांश बोझ हटा दिया जाएगा। लेकिन वित्त, फार्मास्यूटिकल्स और ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों को अब भी डेटा ट्रांसफर में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
इंटरनेट रेगुलेटर का कहना है कि संवेदनशील डेटा में ऐसी जानकारी शामिल है, जिसके लीक होने पर उसे किसी विशिष्ट व्यक्ति की पहचान करने या उसकी सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
-एजेंसी