केंद्र सरकार ने पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव और हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने की घोषणा की है। उसके बाद से ही सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया दी जा रही है। इस बीच बसपा प्रमुख मायावती ने भी मांग कर दी कि कांशीराम को भी भारत रत्न देना चाहिए।
मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि वर्तमान भाजपा सरकार ने जिन भी हस्तियों को भारतरत्न से सम्मानित किया है उसका स्वागत है, लेकिन इस मामले में खासकर दलित हस्तियों का तिरस्कार और उपेक्षा करना कतई उचित नहीं है। सरकार को इस ओर भी जरूर ध्यान देना चाहिए।
1. वर्तमान भाजपा सरकार द्वारा जिन भी हस्तियों को भारतरत्न से सम्मानित किया गया हैै उसका स्वागत है, लेकिन इस मामले में ख़ासकर दलित हस्तियों का तिरस्कार एवं उपेक्षा करना कतई उचित नहीं। सरकार इस ओर भी ज़रूर ध्यान दे।
दलितों के हितों के लिए किया संघर्ष
बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर को लम्बे इंतजार के बाद वी पी सिंह की सरकार ने भारतरत्न की उपाधि से सम्मानित किया था। उसके बाद दलित व उपेक्षितों के मसीहा कांशीराम का इनके हितों में किया गया संघर्ष कोई कम नहीं है। उन्हें भी भारतरत्न से सम्मानित किया जाए।
यह मेरे लिए भावुक कर देना पल: जयंत सिंह
जयंत सिंह ने कहा कि यह फैसला आज तक कोई भी सरकार नहीं कर पाई है। यह फैसला पीएम मोदी के विजन से ही पूरा हुआ है। इस भावुक पल में चौधरी अजीत सिंह को भी मैं याद करता हूं। यह उनका सपना था, जो उनके रहते हुए अधूरा ही रहा। मैं इसलिए पीएम मोदी को दिल से धन्यवाद करता हूं। आपने इस फैसले से हमारे अधूरे सपने को पूरा किया है।
-एजेंसी