नई दिल्ली। सरकारी ऑयल रिफाइनरी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने क्रूड ऑयल इंपोर्ट बास्केट को डायवर्सिफाई करने के लिए ब्राजील की नेशनल ऑयल कंपनी के साथ करार किया है. इस कंपनी का नाम पेट्रोब्रास (petrobras) है.
बीपीसीएल की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, वह अपनी जरूरत का 80 फीसदी कच्चा तेल आयात करता है और 20 फीसदी डोमेस्टिक मार्केट से उठाता है. मुंबई, कोच्चि और मध्य प्रदेश के बीना में उसके तीन रिफाइनरी हैं. नुमालगढ़ी रिफाइनरी भी पहले बीपीसीएल का था. साल 2021 में उसने अपनी पूरी हिस्सेदारी 9876 करोड़ में ऑयल इंडिया को बेच दी थी.
इराक और सऊदी से ज्यादा आयात करती है बीपीसीएल
BPCL बड़ी मात्रा में कच्चे तेल का आयात करती है, फिर उसे रिफाइनरी में शोधित कर पेट्रोल और डीजल में परिवर्तित किया जाता है. कंपनी कच्चे तेल का बड़ी मात्रा में आयात इराक और सऊदी अरब जैसे पश्चिम एशियाई देशों से करती है. हालांकि किसी क्षेत्र विशेष पर अपनी निर्भरता को कम करने के लिए उसकी योजना विविध क्षेत्रों से आपूर्ति करने की है. ब्राजील की तेल कंपनी के साथ किया गया यह करार इसी योजना का हिस्सा है.
बीपीसीएल ने एक बयान में बताया कि कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अरूण कुमार सिंह और पेट्रोलबास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी काइओ पीस दे एनड्राडे ने ब्राजील में इस संबंध में के एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. बयान में कहा गया, ‘‘समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने से दोनों कंपनियों के बीच कच्चे तेल के व्यापार के क्षेत्र में संबंध मजबूत होंगे तथा बीपीसीएल मौजूदा भूराजनीति हालात के मद्देनजर दीर्घकालिक आधार पर कच्चे तेल को आयात करने की संभावनाओं का पता लगा सकेगी.’’
भारत पेट्रोलियम की सब्सिडियरी कंपनी भारत पेट्रो रिसोर्स लिमिटेड आने वाले दिनों में ब्राजील में 1.6 बिलियन डॉलर का निवेश करना चाहती है. यह निवेश नए ऑयल ब्लॉक की तलाश के लिए होगा.
– एजेंसी