गोरखपुर। सीएम योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर पहुंचे कैबिनेट मंत्री व राष्ट्रीय अध्यक्ष, निषाद पार्टी के अध्यक्ष ने मंगलवार को प्रेसवार्ता में बीजेपी के गठबंधन को लेकर संजय निषाद का बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी को लगता है हमसे फायदा नहीं, तो गठबंधन तोड़ देना चाहिए।
BJP को संजय निषाद ने तीखे तेवर अपनाते हुए कहा कि सहयोगी दलों से भरोसे से चलें। राजभर, RLD, निषाद पार्टी पर छुटभैये नेताओं से अपशब्द कहलवाना बंद कराएं। संजय निषाद ने कहा कि हमने मछुआरों की लड़ाई अकेले शुरू की, आज देशव्यापी आंदोलन बन चुका है। उन्होंने कहा कि BJP को इंपोर्टेड नेताओं से सतर्क रहना चाहिए, सपा-बसपा से आए नेता नुकसान पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक विरोधाभास के बीच भी समान सम्मान और शिष्टाचार कायम रहना चाहिए, ताकि उत्तर प्रदेश और देश में स्थिरता बनी रहे।
संजय निषाद ने कहा कि हम समाज को सही दिशा में लेकर चल रहे हैं और इसका फायदा बीजेपी को मिल रहा है। संजय निषाद ने कहा कि अगर भाजपा को लगता है हमसे फायदा नहीं है तो गठबंधन तोड़ सकती है और कोई भी पार्टी का नेता घमंड में ना रहे। संजय निषाद ने आगे 2018 का जिक्र करते हुए कहा कि उस जीत को याद रखनी चाहिए, जब सपा और बसपा एक हो गए थे और हम भाजपा के साथ थे, तब बहुत बड़ी जीत हुई थी।
संजय निषाद ने कहा कि हम भगवान राम को मानते हैं और निषाद राज के वंशज हैं। इसके साथ ही संजय निषाद ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमारे मार्गदर्शक हैं और एकता में शक्ति होती है। संजय निषाद ने कहा कि विधानसभा हमारा समाज जाएगा और हम समाज के लिए आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी को सहयोगी दलों के भरोसे से चलना चाहिए।
दिल्ली में आयोजित पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के सफल आयोजन और आगामी राजनीतिक रणनीति पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि यह अधिवेशन निषाद समाज के लिए एक नया मार्गदर्शन साबित हुआ और इसमें समाज के आरक्षण और विकास से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाया गया।
संजय निषाद ने अपने भाषण में कहा, मछुआरों की लड़ाई मैंने अकेले शुरू की थी। यह लड़ाई सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि समाज के हक के लिए संघर्ष है। निषाद समाज 2013 से आरक्षण और सामाजिक न्याय के लिए लगातार संघर्ष कर रहा है। दिल्ली में हुए स्थापना दिवस और अधिवेशन में यही मुद्दा प्रमुख रहा। संजय निषाद ने साफ किया कि निषाद पार्टी समाज के हितों, आरक्षण और राजनीतिक अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष करती रहेगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में हुए अधिवेशन में यह संदेश पूरी तरह स्पष्ट हुआ कि निषाद समाज अब राजनीति में अपनी अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार है। उनके मुताबिक, सहयोगी दलों के साथ मिलकर काम करना और अपने समाज के हितों की लड़ाई को मजबूती से आगे बढ़ाना पार्टी की प्राथमिकता है।
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