दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर भाजपा नेता की शर्मनाक हरकत, महिला संग आपत्तिजनक वीडियो वायरल, FIR दर्ज

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मंदसौर – मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले से एक स्तब्ध कर देने वाली खबर सामने आई है, जहाँ दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर भाजपा नेता मनोहरलाल धाकड़ का एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में यौन संबंध बनाते हुए वीडियो वायरल हो गया है। एक्सप्रेसवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई इस घटना ने न केवल राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, बल्कि सार्वजनिक स्थानों पर नैतिक आचरण पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए भानपुरा थाने में मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जाँच जारी है।

वायरल वीडियो में भाजपा नेता मनोहरलाल धाकड़ और एक महिला को सड़क पर ही अत्यंत आपत्तिजनक और शर्मनाक स्थिति में देखा जा सकता है। जानकारी के अनुसार, यह घटना 13 मई की रात की बताई जा रही है, जब धाकड़ अपनी सफेद रंग की कार (नंबर एमपी-14 -सीसी-4782) से एक्सप्रेसवे पर उतरे। वीडियो में साफ दिख रहा है कि महिला बिना कपड़ों के थी, और दोनों ने हाईवे पर ही अश्लील हरकतें कीं, जो सीधे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गईं। परिवहन विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, यह कार मनोहरलाल धाकड़ के नाम पर ही दर्ज है। यह वीडियो क्लिप तेजी से सोशल मीडिया पर फैल गई, जिससे लोगों में भारी आक्रोश और निराशा देखी जा रही है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने तत्परता दिखाई है। रतलाम रेंज के डीआईजी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियो की पुष्टि होने के बाद, जो दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के भानपुरा थाना क्षेत्र का है, भानपुरा थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 (सार्वजनिक स्थान पर अश्लील कार्य), 285 (लापरवाही से आग या ज्वलनशील पदार्थ से खतरा) और 3(5) बी.एन.एस. (संभावित नई धारा) के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। पुलिस अब आरोपियों की तलाश में जुट गई है। इस घटना पर भाजपा संगठन ने भी कड़ा रुख अपनाया है। भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश दीक्षित ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, “ऐसे काम करने वालों की पार्टी को जरूरत नहीं है। हम इस मामले की सत्यता का पता लगा रहे हैं।”

यह बयान ऐसे समय में आया है जब पार्टी को अपने नेता के इस आचरण के कारण भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त, धाकड़ महासभा ने भी त्वरित कदम उठाया है। धाकड़ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अर्जुन धाकड़ के निर्देश पर राष्ट्रीय संगठन महामंत्री मुकेश धाकड़ ने मनोहरलाल धाकड़ को धाकड़ महासभा के राष्ट्रीय मंत्री पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। मुकेश धाकड़ ने इस संबंध में एक पत्र जारी करते हुए कहा कि यह कार्रवाई वायरल वीडियो के आधार पर की गई है।

मनोहरलाल धाकड़ की पत्नी वर्तमान में भाजपा समर्थित होकर मंदसौर जिला पंचायत सदस्य हैं। यह घटना उनके राजनीतिक और सामाजिक जीवन दोनों पर गहरा असर डालेगी। वीडियो वायरल होने के बाद से मनोहरलाल धाकड़ का मोबाइल बंद बताया जा रहा है, जिससे उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। यह प्रकरण सार्वजनिक जीवन में नैतिकता और जनप्रतिनिधियों के आचरण पर गंभीर सवाल उठाता है। यह देखना होगा कि इस मामले में आगे और क्या कार्रवाई होती है और भाजपा अपने नेताओं के आचरण को लेकर क्या मानक स्थापित करती है।

भाजपा हमेशा से अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए एक उच्च नैतिक मानदंड स्थापित करने का दावा करती रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर अपने भाषणों में भारत की सांस्कृतिक विरासत, मूल्यों और संस्कारों पर जोर देते हैं। ऐसे में मनोहर लाल धाकड़ का यह वीडियो पार्टी के इस दावे को सीधे तौर पर चुनौती दे रहा है। विरोधी दल इस मुद्दे को हाथों-हाथ ले रहे हैं और भाजपा पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगा रहे हैं।

विपक्षी दलों की तीखी प्रतिक्रिया

कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर भाजपा पर ताबड़तोड़ हमले किए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “यह भाजपा का असली चरित्र है। ये बातें बड़ी-बड़ी करते हैं, लेकिन इनके नेताओं के कृत्य देखिए। अब मोदी जी बताएं, क्या यही इनकी संस्कारी पार्टी है?” वहीं, अन्य दलों ने भी भाजपा से इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है।

जनता में आक्रोश और सोशल मीडिया पर बहस

यह वीडियो सामने आने के बाद से सोशल मीडिया पर जनता का गुस्सा फूट पड़ा है। लोग #BJPExposed, #SanskaariParty और #ManoharLalDhakar जैसे हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कई यूजर्स पूछ रहे हैं कि क्या यही भाजपा के ‘संस्कार’ हैं और क्या ऐसे नेताओं पर पार्टी कोई कार्रवाई करेगी?

मनोहर लाल धाकड़ का यह वायरल वीडियो भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत नेता के आचरण पर सवाल उठाती है, बल्कि पार्टी की नैतिक साख और ‘संस्कारी’ छवि पर भी गहरा आघात करती है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा इस संवेदनशील मुद्दे से कैसे निपटती है और क्या वह अपने ‘संस्कारी’ दावों को बरकरार रख पाती है या नहीं। यह घटना निश्चित तौर पर मध्य प्रदेश और देश की राजनीति में एक नए विवाद को जन्म देगी।

Compiled by up18news