पंजाब में कांग्रेस को ज्यादा देर तक राहत नहीं मिल पाती। कुछ न कुछ टेंशन रहती ही है। सुबह सिद्धू ने ट्वीट कर नरमी बरती तो अब जाखड़ ने चुनावी राजनीति से इस्तीफा देकर कांग्रेस को नई टेंशन दे दी। एक तरफ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी 6 फरवरी को पंजाब विधानसभा चुनाव 2022) के लिए पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करने की तैयारी में थे तो दूसरी तरफ पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने सक्रिय चुनावी राजनीति से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। जाखड़ ने बताया कि उन्होंने सक्रिय चुनावी राजनीति छोड़ने का फैसला किया है लेकिन कांग्रेस की सेवा करना जारी रखेंगे।
पार्टी में कुछ ऐसे लोग हैं जिनके साथ काम करना मुश्किल है
एक समाचार पोर्टल से बातचीत में उन्होंने बताया कहा, ‘पार्टी में कुछ ऐसे सहयोगी हैं जिनके साथ काम करना मुश्किल हो गया है और इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं। मैं बहुत कर चुका लेकिन मैं कांग्रेस पार्टी का अभिन्न अंग हूं। पार्टी मुझे जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं उसे निभाऊंगा। यह केवल सक्रिय चुनावी राजनीति है, जिसे मैं छोड़ रहा हूं।’
उनका बयान ऐसे समय में आया है जब राहुल गांधी लुधियाना में एक रैली में पंजाब चुनाव के लिए पार्टी के मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा करने वाले हैं। कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की दौड़ में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सबसे आगे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाने के बाद चन्नी के नाम की घोषणा से पहले जाखड़ को मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में देखा जाता था।
नरम पड़े सिद्धू के तेवर
इस पहले सुबह सिद्धू ने ट्वीट कर कांग्रेस को थोड़ी राहत जरूर दी थी। सिद्धू ने ट्वीट कर कहा कि वह फैसले का पालन करेंगे। उन्होंने राहुल गांधी के पंजाब आगमन पर उनका स्वागत किया।
सिद्धू ने ट्वीट में लिखा कि बिना किसी निर्णय के कभी भी कुछ भी महान हासिल नहीं हुआ… पंजाब को स्पष्टता देने आए हमारे राहुल जी का हार्दिक स्वागत…. सब उसके फैसले का पालन करेंगे!’
-एजेंसियां