भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने गुरुवार को भारत और नीदरलैंड के बीच मुकाबले के टॉस के दौरान ही एक बड़ा ऐलान किया है। बोर्ड ने टीम इंडिया में लैंगिक असमानता को खत्म करते हुए दोनों ही कैटिगरी में मैच फीस बराबर कर दिया है। यानी रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया और महिला टीम के प्लेयर्स को तीनों ही फॉर्मेट में बराबर मैच फीस मिलेगी। इसका ऐलान बोर्ड के सचिव जय शाह ने ट्विटर पर किया।
उन्होंने ऐतिहासिक फैसले के बारे में लिखा- महिला कैटगिरी को उनके पुरुष टीम के समान मैच फीस का भुगतान किया जाएगा। टेस्ट (15 लाख), ODI (6 लाख), T20I (3 लाख) मिलेगा। वेतन इक्विटी हमारी महिला क्रिकेटरों के लिए मेरी प्रतिबद्धता थी और मैं एपेक्स काउंसिल को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं। जय हिंद।
इसके साथ ही भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने वर्ल्ड क्रिकेट टीम को बड़ा मेसेज दिया है। वह महिला और पुरुष क्रिकेटरों को बराबर मैच फीस देने वाला दूसरा बोर्ड बन गया है। इससे पहले न्यूजीलैंड ने इसी वर्ष जुलाई में यह ऐतिहासिक फैसला किया था। उसके बाद उम्मीद थी कि दुनियाभर के क्रिकेट बोर्ड भी इसे अपनाएंगे।
इस फैसले का क्या होगा असर?
इस क्रांतिकारी फैसले का सीधा असर महिला क्रिकेट पर पड़ेगा। उसे न केवल अब तेजी से बढ़वा मिलेगा, बल्कि क्रिकेट में चले आ रहे पुरुषों के वर्चस्व का भी खात्मा होगा। इससे पहले बीसीसीआई ने महिला इंडियन प्रीमियर लीग के भी शुरू करने का ऐलान किया था।
Compiled: up18 News