आयुर्वेद: खांसी है तो करें पिप्पली का सेवन, इस मसाले में हैं कई औषधीय गुण

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देखने में ये थोड़ी लौंग सी दिखती है लेकिन सेहत के लिए ये कई प्रकार से फायदेमंद है। पिप्पली के औषधीय गुण एक नहीं अनेक है। ये मसाला पहले तो एंटीबैक्टीरियल है और फिर एंटीवायरल गुणों से भरपूर है।  इसके अलावा ये शरीर में गर्मी पैदा करता है और कई बीमारियों से बचाव में मदद करता है। लेकिन, आज हम बात सिर्फ खांसी में पिप्पली के इस्तेमाल की करेंगे। लेकिन, उससे पहले जानते हैं क्यों है ये फायदेमंद।

पिप्पली सभी प्रकार के कफ बढ़ाने बीमारियों जैसे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, सीओपीडी, खांसी और सर्दी के लक्षणों के लिए सबसे कारगर उपाय है। यह खांसी और कंजेशन से राहत देता है और श्वसन पथ से जमा कफ को हटाने में भी मदद करता है। ये गर्मी पैदा करता है, कफ पिघलाता है और इस प्रकार से ये फेफड़ों की सेहत के लिए फायदेमंद है।

खांसी के लिए पिप्पली का उपयोग कैसे करें

सूखी खांसी में पिप्पली

सूखी खांसी के लिए आपको रात में सोते समय इसका सेवन करना है। आपको करना ये है कि पिप्पली को पीसकर इसे शहद में मिला लें। फिर इसका सेवन करें और हल्का सा गर्म पानी पीकर सो जाएं। आप महसूस करेंगे कि 3 से 5 दिन में ये स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में होगी।

गीली खांसी में

एक कप गुनगुने पानी में 1 चम्मच पिप्पली पाउडर, हल्दी पाउडर, सोंठ पाउडर और 1 चम्मच शहद मिलाएं। अब इस हर्बल काढ़ा का सेवन करें। यह खांसी और कंजेशन से राहत देता है और श्वसन पथ से जमा कफ को हटाने में भी मदद करता है। तो, इस प्रकार से दोनों ही स्थितियों में पिप्पली का सेवन फायदेमंद है।

– एजेंसी