आगरा: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमनविगत दिवस करणी सेना के अपने आवास पर हमले के बाद निज निवास पहुंचे। इस दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि उनके घर हुआ हमला निजी हमला नहीं है बल्कि एक समाज के विचारों पर हमला है। उन्हें धमकी देने वालों के बारे में उन्होंने कहा कि इनका न कोई दीन है न कोई धर्म यह तो सब अराजक तत्व है यह सिर्फ ऐलान करते हैं यह वो नेता हैं जो रामजीलाल सुमन को गाली देकर अपने आप को प्रसिद्ध करना चाहते हैं, सुर्खियां पाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि अगर मेरी बात से कोई इत्तेफाक नहीं रखता तो विरोध करने के कई तरीके थे लेकिन किसी के घर पर जानलेवा हमला करना वह भी पुलिस की मौजूदगी में यह तो अराजकता है। साफ-साफ गुंडई है। आश्चर्यजनक बात यह है कि करणी सेना ने पहले ऐलान किया फिर बाद में पांच से छह थानों की सीमा लांघ कर पुलिस कर्मियों को खदेड़ते हुए वह मेरे निवास पर पहुंचे और जमकर पत्थरबाजी कर तांडव मचाया।
सुमन का कहना था कि पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया है वह लोगों की पहचान कर रहे हैं और उनकी धर पकड़ में लगे हुए हैं। उन्होंने कुछ समय मांगा है। पुलिस की कार्यशैली में हम हस्तक्षेप भी करना नहीं चाहते।
सुमन ने कहा कि हमले के दिन सीएम आगरा में थे और कुछ ऐसी घटनाएं भी देखना में आई है जहां मुख्यमंत्री रहे हैं वहां उस शहर में तनाव जरूर रहा है और यही सबसे बड़ी दुखद बात है। उन्होंने कहा कि इतना बड़ा घटनाक्रम होने के बाद पार्टी के मुखिया और वरिष्ठ नेता हमारे साथ खड़े हैं इसके लिए पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव का धन्यवाद है।
उनसे पूछा गया कि जानकारी में आया है कि करणी सेना के अध्यक्ष ने एक और वीडियो वायरल कर धमकी दी है कि 12 अप्रैल को इसी तरह का विरोध प्रदर्शन होगा। इस पर रामजीलाल सुमन का कहना था कि वह पुलिस के आला अधिकारियों से मांग करेंगे कि उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए लेकिन पहले की तरह नहीं, अगर पुलिस को किसी तरह की कोई दिक्कत है तो वह हमें बता दें हम खुद ही निपट लेंगे। हाथरस में उनको लेकर किए गए ऐलान कि रामजीलाल सुमन को गोली मारने वाले को 25 लाख रुपये इनाम दिया जायेगा, पर सुमन का कहना था कि मैं घर पर बैठा हूं और कोई गोली मारने वाला आखिरकार आ क्यों नहीं रहा है। कोई कान काटता है, कोई नाक काटता है, यह सब निकम्मे लोग हैं जो घर बैठे इस तरह का ऐलान करते रहते हैं।
भाजपा और तमाम हिंदूवादी नेता करणी सेना के साथ खड़े होने के सवाल पर रामजीलाल सुमन का कहना था कि धर्म, समाज में विघटन में करना, तनाव पैदा करना भारतीय जनता पार्टी का पुश्तैनी काम है।