वार्षिकोत्सव में किशोर शक्ति फाउंडेशन के दीपक अग्रवाल एवं साक्षी अग्रवाल ने बच्चों को किया पुरुष्कृत
किशोर शक्ति फाउंडेशन ने आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की शिक्षा के लिए 20 लाख रुपये से अधिक की राशि समर्पित कर एक सराहनीय उदाहरण प्रस्तुत किया।
आगरा। नित्य, नाट्य और संगीत की एक से बढ़कर एक मनमोहक प्रस्तुति के बीच छात्र-छात्राओं की प्रतिभा और रचनात्मकता का अद्भुत प्रदर्शन, मौका था सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, शास्त्रीपुरम के वार्षिकोत्सव का। जिसका शुभारम्भ किशोर शक्ति फाउंडेशन एवं किशोर एक्सपोर्ट्स के दीपक अग्रवाल एवं साक्षी अग्रवाल, विद्या भारती प्रांत संगठन मंत्री हरीशंकर और मुख्य वक्ता शिशु शिक्षा समिति के सहमंत्री रविकान्त चावला ने संयुक्त रूप से किया। अतिथियों का स्वागत विद्यालय समिति के अध्यक्ष वीरेन्द्र अग्रवाल, प्रबन्धक संजय मिश्र, प्रधानाचार्य हरिओम सिंह ने किया।
किशोर शक्ति फाउंडेशन छात्रों के जीवन में फैला रहा है शिक्षा का उजियारा
विशिष्ट अतिथि के रूप में किशोर शक्ति फाउंडेशन एवं किशोर एक्सपोर्ट्स के दीपक अग्रवाल एवं साक्षी अग्रवाल शामिल रहे उन्होंने किशोर शक्ति फाउंडेशन की मुहीम की जानकारी देते हुए बताया कि समाज का कोई भी वर्ग शिक्षा से वंचित न रहे इसके लिए हम दृढ़ संकल्पित विशेष रूप ऐसे बच्चे जो आर्थिक रूप से कमजोर है उनके लिए हम सदैव प्रयासरत है। गौरतलब है कि अब तक लगभग 20 लाख रुपये से अधिक की राशि से 70 विद्यार्थियों की शिक्षा फाउंडेशन द्वारा प्रायोजित की जा चुकी है। फाउंडेशन ने डिजिटल कक्षाओं के लिए पाँच बड़े स्मार्ट स्क्रीन दान किए हैं, विद्यालय के फर्नीचर को उन्नत किया है, खेल सामग्री और संगीत वाद्ययंत्र प्रदान किए हैं, और विद्यालय भवन के नवीनीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। साथ ही, विद्यालय में एक उच्च स्तरीय विज्ञान प्रयोगशाला और पुस्तकालय की स्थापना भी की गई है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विद्या भारती प्रांत संगठन मंत्री हरीशंकर और मुख्य वक्ता शिशु शिक्षा समिति के सहमंत्री रविकान्त चावला ने किशोर शक्ति फाउंडेशन के योगदान की सराहना की।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य हरिओम सिंह ने किशोर शक्ति फाउंडेशन के योगदान के लिए आभार व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि भविष्य में भी इस प्रकार का सहयोग जारी रहेगा। विद्यालय के विद्यार्थियों ने भी इस अवसर पर अपने विचार साझा किए और बताया कि इस सहायता से उनकी शिक्षा और सीखने की प्रक्रिया में कितना सकारात्मक बदलाव आया है। इस दौरान मनोज अग्रवाल आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।