पद्म विभूषण से सम्मानित महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने अडानी संकट के जरिए भारत की आर्थिक ताकत पर सवाल उठा रहे लोगों को करारा जवाब दिया है।
बेबाकी के साथ अपनी बात कहने वाले महिंद्रा ने एक ट्वीट में कहा, ‘ग्लोबल मीडिया में अटकलें लगाई जा रही है कि क्या बिजनेस सेक्टर की मौजूदा चुनौतियां भारत की आर्थिक ताकत बनने का सपना पूरा कर सकेगा। मैंने भूकंप, सूखा, मंदी, युद्ध और आतंकवादी हमलों के कई दौर देखे हैं। मैं केवल यही कहूंगा कि भारत के खिलाफ कभी शर्त मत लगाना।’ इस तरह महिंद्रा ने विदेश ही नहीं, बल्कि देश में भी ऐसे लोगों को जवाब दिया है जो अडानी संकट के बहाने सरकार की इकॉनमिक पॉलिसीज पर सवाल खड़े कर रहे हैं। ट्विटर पर उनके एक करोड़ से अधिक फॉलोअर्स हैं।
दरअसल, हाल में अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म Hindenburg Research की एक रिपोर्ट से देश के बिजनेस सेक्टर में हंगामा मचा हुआ है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अडानी ग्रुप दशकों से खुल्लम-खुल्ला शेयरों में गड़बड़ी और अकाउंट धोखाधड़ी में शामिल रहा है। इससे अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई है और उसका मार्केट कैप 100 अरब डॉलर से ज्यादा घट चुका है।
शेयर बाजार में हाल में आई गिरावट के कारण भारत भी मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया के टॉप पांच देशों में नहीं रह गया है। इस लिस्ट में अब वह छठे स्थान पर फिसल गया है। ऐसे में सवाल उठाए जा रहे हैं कि भारत का बिजनेस सेक्टर इस चुनौती से पार पा सकेगा, क्या इससे भारत की आर्थिक ताकत बनने की महत्वाकांक्षा को झटका लगेगा?
Compiled: up18 News