अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने कहा कि अमेरिका चीन को इस बात की इजाज़त नहीं देता कि वो ताइवान पर दबाव बढ़ाए और उसे न्यू नॉर्मल यानी एक नई सहज बात की तरह ले.
नैन्सी पेलोसी ने हाल ही में ताइवान की यात्रा की थी जिसके विरोध में चीन ने ताइवान के पास सैन्य अभ्यास किया. नैन्सी पेलोसी के ये बयान चीन के सैन्य अभ्यास के खत्म होने के बाद आया है.
नैन्सी पेलोसी ने कहा कि वो ताइवान इसलिए गई थीं ताकि वे वहां के लोकतंत्र का समर्थन कर सकें और ये दिखा सकें कि ताइवान अकेला नहीं है.
ताइवान यात्रा में नैन्सी पेलोसी के प्रतिनिधिमंडल में शामिल ग्रेगरी मीक्स ने बीबीसी से बातचीत में कहा कि उन्हें इस यात्रा का कोई पछतावा नहीं है और ये दिखाना जरूरी था कि अमेरिका अपने दोस्तों के साथ खड़ा है.
हालांकि चीन स्वशासित ताइवान को एक अलग प्रांत के तौर पर देखता है. चीन यह भी कहता है कि ज़रूरत पड़ी तो वह बल का इस्तेमाल कर ताइवान को अपने में मिला लेगा.
नैन्सी पेलोसी को अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति के रेस में दूसरे नंबर पर माना जाता है.
1997 में अपने पूर्ववर्ती न्यूट गिंगरिच के ताइवान दौरे के बाद नैंसी पेलोसी अमेरिका की सबसे वरिष्ठ नेता हैं, जिन्होंने इस द्वीप का दौरा किया.
-up18news/pnn
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