स्वतंत्रता दिवस पर किश्तवाड़ जिले के इंद्रवल जोन में स्थित दो स्कूलों के शिक्षकों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज न फहराने पर स्कूल शिक्षा विभाग ने कड़ी कार्रवाई की है। जोनल एजुकेशल आफिसर ने इन दोनों स्कूलों के सभी 9 शिक्षकों को निलंबित कर जांच के आदेश दिए हैं। जांच रिपोर्ट आने तक ये सभी अध्यापक निलंबित रहेंगे
सरकार ने इस बार सभी स्कूलों व अन्य सरकारी इमारतों पर स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराना अनिवार्य किया था लेकिन किश्तवाड़ जिले के इंद्रवल जोन में स्थित मिडिल स्कूल भटवारी में शिक्षकों ने राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराया। इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों तक गई तो जोनल शिक्षा अधिकारी ने स्कूल में नियुक्त सभी सात शिक्षकों को निलंबित कर दिया। इन शिक्षकों में एजाज अहमद, साजिद अहमद वानी, फारूक अहमद बूमाल, गुलाम मोहि-उ-दीन वानी, मोहम्मद सिकंदर, शाहिदा बानो और गुलाम हसन भट शामिल हैं।
इसके अलावा इसी जोन में आने वाले प्रामइरी स्कूल खंडोल में भी राष्ट्रीय ध्वज न फहराने पर वहां पढ़ाने वाले दो शिक्षकों रफीक अहमद और प्यारे लाल को भी निलंबित कर दिया गया है।
इस पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी का भी गठन किया गया है। इस कमेटी में जेडइओ इंद्रवल शाह नवाज, हाई स्कूल गूरी नाला के प्रिंसिपल रवींद्र कुमार और हाई स्कूल सिंहपोरा की हैड मास्टर जाहिदा तबस्सुम को शामिल किया गया है। टीम को पंद्रह दिनों के भीतर अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। जिन 9 शिक्षकों को निलंबित किया गया है, उनमें शाहिदा बानो और गुलाम हसन भट प्राइमरी स्कूल डोगा बटवारी में नियुक्त हैं, लेकिन वर्तमान में मिडिल स्कूल बटवारी में काम कर रहे हैं।
यह मामला उस समय प्रकाश में आया था जब स्वतंत्रता दिवस पर मिडिल स्कूल में लोगों ने राष्ट्रीय ध्वज नहीं देखा। इसकी रिपोर्ट मीडिया में आई और लोगों ने भी उच्चाधिकारियों से शिकायत दी। मामले ने तूल पकड़ा और स्कूल के सभी सातों शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया।
वहीं कमेटी के गठन के बाद उसने जांच शुरू कर दी है। इस मामले में कमेटी के सदस्य दोनों स्कूलों के 9 शिक्षकों से पूछताछ करने के अलावा आसपास के लोगों और विद्यार्थियों से बात करेंगे। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही इन शिक्षकों के खिलाफ अगली कार्रवाई की जाएगी।
-एजेंसी