आगरा: भाजपा खुद पार्टी की नीतियों को सामने रखते हुए आधी आबादी की सुरक्षा की बात करती है लेकिन आगरा में भाजपा विधायक और उनका परिवार कैसे भारतीय जनता पार्टी की नीतियों का माखौल उड़ा रहे हैं, इसका जीता जागता उदाहरण सदर अर्चना सिंह के ऑफिस में देखने को मिला।
सीओ अर्चना सिंह के ऑफिस में एक महिला पहुंची। इस महिला ने अपने आप को सत्ताधारी विधायक के पुत्र की पत्नी बताया। उन्होंने बताया कि विधायक पुत्र ने दूसरी शादी कर ली है। सत्ता के दबाव में उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही जबकि विधायक पुत्र से उनके दो बच्चे हैं। मान और सम्मान मांगने पर उनके साथ जमकर मारपीट की जाती है। पीड़िता ने विधायक और उसके पुत्र पर उचित कार्रवाई की मांग की है।
2009 में मंदिर में की शादी!
सीओ सदर ऑफिस पहुंची महिला ने बताया कि विधायक पुत्र ने उन्हें अपने प्रेम जाल में फंसाया। इस दौरान कई बार शारीरिक शोषण किया गया। दबाव बनाए जाने पर 2009 में मंदिर में ले जाकर मांग भर दी और कहा शादी हो गई। इसके बाद वह अपने घर नहीं बल्कि दूसरी जगह उसे पत्नी की तरह रखने लगा। विधायक पुत्र से उनके दो बच्चे हैं लेकिन कुछ सालों बाद पता चला कि विधायक के बेटे ने अन्य महिला से दूसरी शादी कर ली जिससे वह अपने परिवार में रखता है। मान सम्मान देता है जबकि हक की बात करने पर मेरे साथ मारपीट करता है।
कई बार कराया अबॉर्शन
पीड़िता महिला का आरोप है कि दूसरी शादी करने के बाद उससे भी एक बेटी है लेकिन वंश चलाने के लिए परिवार को बेटे की चाहत थी। पता चला कि दूसरी बीवी मां नहीं बन सकती तो फिर विधायक के बेटे ने एक बार फिर उसका उत्पीड़न करना शुरू कर दिया। वंश चलाने के लिए बेटे की चाहत के लिए कई बार जबरदस्ती उसके साथ संबंध बनाए गए। प्रेग्नेंट होने बाद कई बार मेडिकल कराया गया कि गर्भ में बेटा है या बेटी। बेटा न होने पर उसके तीन से चार अबॉर्शन भी करा दिए गए।
महिला का आरोप है कि जब उसको बेटा नहीं हुआ तो वह उसे बैंकॉक ले गया जहां उसका कृत्रिम रूप से गर्भाधान कराया गया। दुर्भाग्यपूर्ण यह बच्चा अविकसित पैदा हुआ जिसे उसने लेने से और बेटा मानने से अस्वीकार कर दिया। चिकित्सकों ने बताया कि यह अविकसित बच्चा पूरा हो सकता है लेकिन इसके इलाज में बहुत खर्च आएगा। ज्यादा खर्च के चलते विधायक और उनके पुत्र ने हाथ पीछे खींच लिए। वह इस बच्चे को मारना चाहते थे, यमुना में बहाना चाहते थे लेकिन हाथ पैर जोड़कर उस बच्चे को बचाया और वह आज जीवित है।
करता था अप्राकृतिक सेक्स
पीड़िता महिला का आरोप है कि जब भी उसे शारीरिक भूख लगती है तो वह घर चला आता है। जोर जमाने के लिए पहले मारपीट करता है और फिर अपनी भूख मिटाने के लिए जबरदस्ती शारीरिक शोषण करता है। कई बार तो ऐसा हुआ कि स्वास्थ ठीक न होने पर भी उसने अप्राकृतिक सेक्स भी किया जिसके चलते कई बार उसके स्वास्थ्य भी खराब हो गया लेकिन उस हैवान ने फिर भी नहीं छोड़ा।
सत्ता के दबाव में नहीं हुई कार्रवाई
पीड़िता का कहना था कि कई बार उसने अपने और बच्चों के ऊपर होने वाले उत्पीड़न की शिकायत क्षेत्रीय थाने ताजगंज में दर्ज कराई लेकिन ताजगंज पुलिस में कोई उचित कार्यवाही नहीं की। क्योंकि सत्ता का दबाव हमेशा पुलिस पर दिखाई देता था। थाने पहुंचते ही विधायक और उसके पुत्र पर खबर पहुंच जाती थी जिसके बाद विधायक पुत्र बच्चों को जान से मारने की धमकी देता था और कार्रवाई नहीं होने देता था।
अभी तक सिर्फ चल रही है जांच
सीओ सदर अर्चना सिंह के ऑफिस से निकलने के बाद पीड़िता ने बताया कि काफी दिन पहले शिकायत दर्ज कराई गई थी लेकिन मुकदमे की कार्रवाई बड़ी शिथिल चल रही है। अभी तक बयान दर्ज कराए जा रहे हैं। कई बार वह अपने बयानों को दोहरा चुकी है। आज भी सीओ ऑफिस में ऐसा ही हुआ। उसके सिर्फ बयान और शिकायत सुनी गई लेकिन कार्रवाई कुछ नहीं हुई।
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