आगरा: रामलीला मैदान में चल रही रामलीला के अंतर्गत विजयदशमी के पावन पर्व पर भगवान श्री राम और रावण के बीच हुए युद्ध का मंचन किया गया। रणभेरी बजते ही श्रीराम और दशानन की सेनाएं आमने सामने आ गयी। दोनों की सेनाओं में घनघोर युद्ध हुआ। श्रीराम ने दशानन की नाभि में तीर से प्रहार किया, तो उसमें से अमृत छलका और मुख से जय श्रीराम कहते हुए रावण जमीन पर गिर गया। उसके बाद रावण के प्रतीक पुतले का दहन किया गया। इस बार रामलीला में रावण का 100 फीट ऊंचा पुतला बनाया गया जो धू-धू कर जल उठा। इस दौरान चारों दिशाएं जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठीं।
रामलीला की शुरुआत में दशानन के पाताल में अहिरावण के पास जाने, अहिरावण द्वारा महाराज विभीषण का रूप रखकर श्रीराम-लक्ष्मण का हरण कर पाताल लोक की लीला हुई। विभीषण के बताने पर हनुमान जी पाताल लोक जाकर अहिरावण का वध करके श्रीराम को छुड़ाते हैं। यह जानकार रावण स्वयं युद्धभूमि में उतरते हैं। देवता श्रीराम के लिए भगवान इंद्र का रथ भेजते हैं, जिसमें बैठकर वह घनघोर युद्ध करते हैं। महाराज विभीषण प्रभु श्रीराम को रावण की नाभि में अमृत होने और एक साथ 31 बाण छोड़ने की बात बताते हैं, श्रीराम के ऐसा करते ही रावण के दस सिर व भुजाएं अलग हो जाती हैं और वह युद्ध भूमि में गिर पडते हैं। रावण का तेज प्रभु श्रीराम में समा जाता है, आकाश से पुष्पवर्षा होती है।
हुआ आतिशबाजी का प्रदर्शन
आमीन खान फायर वर्क्स के आमीन मंसूरी ने आतिशबाजी का प्रदर्शन किया। रंग-बिरंगी रोशनी से रामलीला मैदान परिसर और आकाश सतरंगी छठा में रंग गया। आतिशबाजी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या राम मंदिर मॉडल देखने, दो नागों के युद्ध, राम-मारीच युद्ध, सर्जीकल स्ट्राइक का दृश्य दिखाया गया। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, नदी बचाओ जैसे सामाजिक संदेश भी दिए गए।
धू-धू कर जल उठा रावण का पुतला
आतिशबाजी के बाद 105 फीट ऊंचे पुतले का दहन हुआ। रावण के पुतले की नाभि में लेजर लाइट से तीर लगा और उसमें से अमृत वर्षा होने लगी। मुख से रक्त धारा के साथ जयश्रीराम की ध्वनि फूटी और रावण का पुतला आतिशबाजी के साथ धू-धू कर जल उठा।
आगरा कैंट में भी हुआ रावण दहन
आगरा कैंट रेलवे संस्थान के रामलीला महोत्सव में बुधवार को लीला के मंचन किया गया। मेघनाथ और कुंभकरण के साथ रामसेना का युद्ध हुआ। मेघनाथ को लक्ष्मण ने यमलोक पहुँचाया तो रावण का वध राम ने किया। रामलीला का मंचन देखकर वहां मौजूद लोगों की काफी उत्साहित नजर आए। लोगों का कहना था कि हर वर्ष यहां पर रामलीला देखने आते हैं। छोटे-छोटे बच्चे बेहतरीन तरीके से रामलीला के विभिन्न पात्रों का मंचन करते हैं।
रावण वध के बाद किया गया रावण दहन
यहां रावण के 20 फीट ऊंचे पुतले का दहन किया गया। इससे पहले आतिशबाजी का प्रदर्शन हुआ, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। बच्चों ने भी किया रावण दहन दशहरा पर शहर के हर गली-मुहल्ले और सोसायटी में बच्चों ने भी रावण के पुतले का दहन किया। आयोजकों ने बताया कि पिछले 2 महीनों से वह रामलीला मंचन की तैयारियां कर रहे थे। आज रावण वध के साथ यह मंचन भी पूरा हो गया है। आगरा कैंट रेलवे संस्थान की रामलीला में जो कलाकार मंचन करते हैं वह रेलवे कर्मचारी और उनके बच्चे होते हैं।