मामला उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि थाना एत्माद्दौला के दरोगा ने दर्ज़ मुकदमे से धारा हटाने के एवज में रिश्वत मांगी थी। 50 हज़ार की रिश्वत लेने के बाद दरोगा और प्रतिवादी के बीच विवाद हो गया जिसके बाद प्रतिवादी ने आगरा एसएसपी से शिकायत कर दी। जांच में दरोगा पर लगे सभी आरोप सही पाए गए जिसके बाद एत्माद्दौला के एस आई मनवीर सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
बताते चलें कि एत्माद्दौला क्षेत्र की ही पीड़ित खुशबू ने मथुरा निवासी पति संजय ससुर रणवीर और सास के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था यह मुकदमा 3 अगस्त को दर्ज हुआ था। इस मुकदमे में पीड़ित महिला ने पति और ससुराल वालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, जानलेवा हमला और गर्भपात कराने की शिकायत दर्ज कराई थी।
इस मामले की विवेचना एत्माद्दौला के एसआई मनवीर सिंह को दी गई थी। एसआई ने इस मुकदमे में ₹50 हज़ार की रिश्वत लेकर जानलेवा हमला और गर्भपात कराने की धारा हटा दी थी। नोटिस तामील कराने के लिए आरोपी पति संजय को थाने बुलाया गया था। थाने में वीडियो बनाने को लेकर संजय का पुलिस कर्मियों से विवाद हो गया।
विवाद होने के बाद संजय ने आगरा एसएसपी प्रभाकर चौधरी से पूरे मामले की शिकायत की और आरोप लगाया कि दरोगा मनवीर सिंह ने धारा हटाने के नाम पर उससे 50 हज़ार रुपये लिए थे। साथ ही थाने बुलाकर उसके साथ गाली-गलौज की गई और जान से मारने की धमकी दी।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि शिकायत करने के बाद इसकी जांच सीओ को दी गई। जिसमें ₹50 रुपये रिश्वत लेने के आरोप सही पाए गए। थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार ने दरोगा मनवीर सिंह के खिलाफ यह मुकदमा दर्ज कराया है, और भी जांच की जा रही है।