आगरा: डीआईओएस कार्यालय परिसर की झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले शेर अली खान ने फर्स्ट डिवीजन के साथ हाईस्कूल की परीक्षा पास की है। पहले यह सड़कों पर भीख मांगता था। चाइल्ड राइट्स एक्टिविस्ट नरेश पारस ने भिक्षावृत्ति से मुक्त कराकर शिक्षा से जोड़ा। खुद पढ़ाया। आठवीं के बाद रत्नमुनि इंटर कॉलेज में दाखिला कराया। फीस के साथ किताबों की व्यवस्था की। परीक्षाओं में पढ़ाया भी। हाईस्कूल की परीक्षा में 63% के परीक्षा पास की है। खुशी में पूरे डेरे में मिठाई वितरित की।
देवरी रोड रहने वाली अनु और खुशी के माता पिता की मौत हो थी। रिश्तेदार उनकी शादी करना चाहते थे। नरेश पारस ने शादी रुकवाई। सभी नाते रिश्तेदारों ने साथ छोड़ दिया। तीनों बहने अपने छोटे भाई के साथ अकेले रहने लगे पढाई छूट गई। नरेश पारस आगे आए। फीस और किताबों की व्यवस्था कराई। दोनों ने हाईस्कूल की परीक्षा दी। खुशी ने 63% अनु ने 59% के साथ हाईस्कूल की परीक्षा पास की। सेवला निवासी निशा के पिता की बीमारी से मौत हो गई। अभाव में पढ़ाई छूट गई। ऐसे में नरेश पारस ने उसकी फीस और किताबों का इंतजाम कराया। उसने 58 फीसदी अंको के साथ इंटर की परीक्षा पास की है।
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.