आगरा: किसान के पैर पर डंडों के निशान पुलिस की बर्बरता को साफ दर्शा रहे है। पैर पर डंडों के निशान किसी और ने नहीं बल्कि रक्षक कही जाने वाली मलपुरा पुलिस ने दिए हैं।
लॉकडाउन से यहीं बेच रहे सब्जी
मामला गुरुवार सुबह का है। किसान बताते हैं कि सुबह चार बजे से कुछ किसान अपनी कच्ची और हरी सब्जी सड़क किनारे रखकर बेचते हैं। जिससे उनके परिवार का पेट पलता है। सड़क किनारे सब्जी बेचने का यह अधिकार उन्हें लॉकडाउन कार्यकाल के दौरान सांसद राजकुमार चाहर के निवेदन पर जिलाधिकारी आगरा ने दिया था।
ये लगाए आरोप

किसान संदीप कुमार और मनोज कुमार समेत अन्य का आरोप है कि गुरुवार सुबह जब वह सब्जी बेच रहा था, तभी मलपुरा पुलिस जीप लेकर आई और किसान पर लाठियों की बरसात कर दी। बेरहमी से पिटाई की गई। किसान की सब्जी को कब्जे में ले लिया गया। जिसे बाद में किसान के निवेदन पर मलपुरा पुलिस ने छोड़ दिया
सभी पर बरसाईं लाठियां
यह वाकया किसी एक व्यक्ति के साथ नहीं हुआ बल्कि जितने किसान थे, सभी के साथ हुआ। मलपुरा पुलिस ने सब पर लाठियां बरसाई। किसान परेशान हैं। पुलिस अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
दो दिन पहले की थी डीएम से मुलाकात
बताया जा रहा है कि अभी दो दिन पूर्व दर्जनों किसानों ने जिलाधिकारी आगरा से मुलाकात की थी। और अपने परिवार का पेट पालने के लिए सब्जी बेचने का आग्रह किया था। जिस पर जिलाधिकारी आगरा ने उन्हें पूर्ण न्याय का भरोसा दिलाया था। बावजूद इसके मलपुरा पुलिस लगातार सड़क किनारे सब्जी बेचने वाले किसानों पर कहर बरपा रही है।
दहशत में हैं किसान
इस घटना के बाद किसान काफी डरा हुआ है। दहशत में आए किसानों ने साफ तौर पर कहा है कि वह उनकी शिकायत न केवल पुलिस अधिकारियों से करेंगे। बल्कि सांसद राजकुमार चाहर और स्थानीय विधायक से भी न्याय की गुहार लगाएंगे।
यूपी पुलिस को किया ट्वीट
मलपुरा पुलिस की इस कार्यवाही और किसानों की इस परेशानी को देखते हुए शहर के जागरूक नागरिक ने ट्वीट के माध्यम से पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ शासन को भी अवगत कराया है। इस प्रकरण में यूपी पुलिस ने जांच कर एवं कार्यवाही कर अवगत कराने के आदेश जारी किए हैं।
साभार: मून ब्रेकिंग