न्याय न मिला तो ताजमहल पर भीख मांगेंगे, चार दिसंबर से कमिश्नरी पर बेमियादी धरना शुरू करेंगे
आगरा। जिला मुख्यालय पर खाली कनस्तर बजाने, पेट के बल लेटकर पहुंचने और कटोरे लेकर न्याय की भीख मांगने के अनोखे प्रदर्शनों के बावजूद जब शहर की छह फैक्ट्रियों के मजदूरों को न्याय नहीं मिला तो आज वे मंडलायुक्त कार्यालय पर पहुंच गए। यहां भी उन्होंने खाली कटोरे हाथों में लेकर न्याय की भीख मांगी। साथ ही ऐलान कर दिया कि अब भी सुनवाई न हुई तो फिर ताजमहल पर पहुंचकर भीख मांगेंगे।
मजदूरों के इन तीखे तेवरों के बाद अधिकारी हरकत में आए। अपर आयुक्त प्रशासन राजेश कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट वेद सिंह चौहान और उप श्रमायुक्त राकेश कुमार द्विवेदी ने श्रमिकों के बीच पहुंचकर उन्हें भरोसा दिया कि जल्द बैठक बुलाकर उनकी समस्याओं का समाधान निकाला जाएगा।
जगदीश मेटल्स, बैनारा बेयरिंग्स एंड पिस्टन्स यूनिट1 और यूनिट 2, विनय आयरन फाउंड्री, बैनारा ऑटोज सहित छह फैक्ट्रियों के मजदूर वेतनमान, बोनस, ग्रेच्युटी, प्रोविडेंट फण्ड, ईएसआई आदि के भुगतान की मांगों को लेकर विगत 11 जून से संजय प्लेस स्थित शहीद स्मारक पर धऱना दे रहे हैं।
मजदूरों का कहना है कि फैक्ट्री मालिकों द्वारा कई कई महीनों तक वेतन नहीं दिया जाता है। अगर दिया भी जाता है तो एक महीने के वेतन को चार चार टुकड़ों में दिया जाता है। फैक्ट्री मालिकों ने दो तीन साल से बोनस नहीं दिया है। वृद्ध मजदूरों को सेवानिवृत न कर जबरदस्ती काम लिया जा रहा है। प्रविडेंट फण्ड और ईएसआई जमा नहीं किया जा रहा है, लेकिन पुलिस फैक्ट्री मालिकों पर रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही है।
मंडलायुक्त कार्यालय पर मजदूरों का नेतृत्व कर रहे मजदूर नेता चौधरी दिलीप सिंह बताया कि फिर से मजदूरों को केवल आश्वासन ही मिला है। मजदूरों के परिवार भुखमरी के कगार पर हैं। प्रशासन द्वारा फैक्ट्री मालिकों पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही है। अब भी न्याय न मिला तो चार दिसम्बर से मण्डलायुक्त कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे।
प्रदर्शन में किसान नेता श्याम सिंह चाहर और सत्यवीर सिंह चाहर भी पहुंचे। दोनों ने ऐलान किया कि मजदूरों की सुनवाई नहीं की गईं तो किसान भी आंदोलन में कूद पड़ेंगे।
कमिश्नरी पर हुए प्रदर्शन में विष्णु भगवान शर्मा, चौधरी रोहन सिंह, खरग सिंह, भीकचंद्र उपाध्याय, विजेंद्र कुशवाह, केशव बघेल, विष्णु छोंकर, संजय लोधी, राजकुमार शर्मा, कन्हैया लाल शर्मा, राकेश शर्मा, नंदू ठाकुर, गोपाल माहौर, राजू, रमेश चंद्र, अरविन्द बघेल, सुरेश कुमार, राकेश शर्मा, देवेंद्र कुमार, मुकेश, हरीशंकर जुरैल आदि शामिल थे।