आगरा: जीआरपी आगरा कैंट ने विगत 25 अक्टूबर को यार्ड में खड़ी ट्रेन की बोगी में आग लगने के कारणों का खुलासा कर दिया है। यह आग चोर द्वारा बोगी के शौचालय में जलाए गए चोरी के बैग से भड़की थी। जीआरपी ने बुधवार को दो चोरों को गिरफ्तार किया, इनमें से एक ने वारदात कबूल कर ली।
सीओ जीआरपी एनएच नकवी ने मीडिया को बताया कि विगत 25 अक्टूबर को आगरा कैंट स्टेशन के यार्ड में खड़ी अहमदाबाद-आगरा एक्सप्रेस के कोच में आग लग गई थी। जीआरपी ने जब यार्ड के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो एक युवक कोच में जाता और उतरता दिखाई दिया। इसके बाद जीआरपी ने सर्विलांस के जरिए युवक का पता लगाया और उसे दबोच लिया। पूछताछ में उसने बताया कि उसने स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस से एक बैग चोरी किया था। बैग को लेकर वह यार्ड में खड़ी ट्रेन में आ गया। बैग से उसने लैपटॉप और मोबाइल निकाल लिया। इसके बाद उसने बोगी के टॉयलेट में बैग व अन्य सामान में आग लगा दी। इससे ही पूरी बोगी में आग लग गई थी।
आरोपी के पास से चोरी किया गया लैपटॉप बरामद किया गया। लैपटॉप चोरी का मुकदमा भी कैंट थाने पर दर्ज किया गया था। लैपटॉप को उसने एक दुकानदार को बेचा था, पुलिस ने उसे बरामद कर लिया।
जीआरपी ने लगातार निगरानी करते हुए दो लोगों को पकड़ा। उनसे पूछताछ में पता चला कि वे ट्रेनों में चोरी करते हैं। उन्होंने स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस से बैग चुराया था। एक साथी ने यार्ड में खड़ी ट्रेन के डिब्बे में बैग का सामान निकालकर उसमें आग लगा दी थी।