आगरा (वार्ता)। एसटीएफ ने गुरुवार को थाना शाहगंज क्षेत्र के अर्जुन नगर गेट के पास स्थित एक दुकान में छापा मारकर फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की जा रही है। यह अभियुक्त अब तक आठ हजार से अधिक मार्कशीट बना चुका है।
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह दसवीं फेल को भी सीधे ग्रेजुएट बना देता था। गिरोह नामी विश्व विद्यालयों की मार्कशीट तैयार करके दे रहा था। यहां से बनाई गई मार्कशीट से बड़ी संख्या में लोग सरकारी नौकरी भी कर रहे हैं। छापे के दौरान एसटीएफ ने किराए की दुकान से बड़ी संख्या में अलग-अलग विश्व विद्यालयों की फर्जी मार्कशीट और खाली मार्कशीट बरामद की। पकड़े गए अभियुक्त का नाम धनेश मिश्रा है।
एसटीएफ निरीक्षक हुकुम सिंह ने मीडिया को बताया कि पूछताछ के दौरान अभियुक्त ने स्वीकार किया कि वह फर्जी मार्कशीट बनाने का काम पिछले चार साल से कर रहा है। वह ज्यादातर प्राइवेट विश्व विद्यालयों की फर्जी मार्कशीट बनाता है। इसके एवज में वह दो से ढाई लाख रुपये लेता है। उसने चार विश्व विद्यालयों से अनुबंध कर रखा था। वह बच्चों से इन्हीं विवि से फार्म भरवाता था। वह कोर्स के हिसाब से पैसा लेता था। व्यावसायिक कोर्स की मार्कशीट के वह दो से ढाई लाख रुपये लेता था, जबकि बीए और बीकॉम के लिए 20 से 50 हजार रुपये वसूलता था।
एसटीएफ को इन यूनिवर्सिटी की मिली मार्कशीट और डिग्री
मंगलायतन यूनिवर्सिटी, अग्रवन यूनिवर्सिटी आगरा, सुभारती यूनिवर्सिटी, जयपुर नेशनल विश्वविद्यालय, महाराज अग्रसेन हिमालयन गढ़वाल यूनिवर्सिटी, मोनद यूनिवर्सिटी हापुड़, कैपिटल यूनिवर्सिटी झारखंड, जेस कॉलेज फिरोजाबाद, ईस्टर्न इंस्टीट्यूट सिक्किम, मानव भारती यूनिवर्सिटी सोलन, तिलक महाजी यूनिवर्सिटी, राष्ट्रीय कंप्यूटर मिशन, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा, सीएमजे मेघालय यूनिवर्सिटी, जोधपुर राष्ट्रीय यूनिवर्सिटी।
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