आगरा। एसएन मेडिकल कॉलेज के नाक कान एवं गला विभाग में आज एक जटिल ऑपरेशन कर 12 साल के बच्चे को नया जीवन दिया गया। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. धर्मेंद्र कुमार एवं उनकी टीम को यह आपरेशन करने में लगभग 4 घंटे लगे।
हाथरस निवासी मानव पुत्र लक्ष्मण को दो माह से नाक से खून आने की शिकायत थी। खून इतना ज्यादा आता था कि दवाओं से उसे रोकना बहुत मुश्किल हो जाता था। पिछले दो महीनों में सात-आठ बार खून आ जाने से बच्चे के शरीर में खून की काफी कमी आ गई थी। इसके अलावा बच्चे को नाक बंद एवं सोते समय सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी।
पांच मई को अत्यधिक खून आने की वजह से बच्चे को एसएन मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में लाया गया। जहां पर प्राथमिक उपचार और खून रोकने के बाद बच्चे का सीटी स्कैन कराया गया। जिसमें उसके नाक में एक तरीके का मांस पाया गया, जो अपने आप में एक दुर्लभ प्रकार का ट्यूमर है।
डॉ. धर्मेंद्र ने बताया कि यह किशोरावस्था में लड़कों में पाया जाता है। इस बीमारी में अनियंत्रित खून बहने के कारण यह जानलेवा होती है। बच्चे को दो यूनिट खून चढ़ाने के बाद सर्जरी के लिए तैयार किया गया। इतने बड़े मांस को आमतौर पर दूरबीन पद्धति से निकालना बहुत मुश्किल होता है, परंतु प्रोफेसर डॉ. धमेन्द्र कुमार ने लगभग 4 घंटे चले ऑपरेशन में अपने धैर्य एवं सूझ-बूझ का परिचय देते हुए पूरा का पूरा ट्यूमर बिना किसी बाहरी चीरे के निकाला।
ये अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। विभागाध्यक्ष की टीम में डॉ. सलोनी सिंह बघेल, डॉ. आज़म, डॉ लाहिरी शामिल थे। एनेस्थीसिया टीम के सहयोग बिना ये ऑपरेशन संभव नहीं था। एनेस्थीसिया टीम में डॉ. पल्लीका , जूनियर रेजिडेंट्स में डॉ अनुभव, डॉ शहीद और डॉ अभिसार शामिल थे। बच्चा ऑपरेशन के बाद पूरी तरह स्टेबल है और अस्पताल की ही निगरानी में भर्ती है।