Agra News: निजी स्कूलों ने बढ़ाई फीस, “पापा” संस्था ने किया विरोध

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आगरा: शहर के निजी स्कूलों ने इस सत्र से फीस में 12 प्रतिशत तक वृद्धि कर दी है। इसमें बढ़ी हुई ट्यूशन फीस भी शामिल है। अभिभावकों को इस बाबत अवगत भी करा दिया गया है।

इस सत्र से फीस में 11.69 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की गई है। इसमें संचयी प्रगतिशील सूचकांक व ट्यूशन फीस में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी शामिल है। ज्यादातर स्कूलों में त्रैमासिक फीस ली जाती है और इस आधार पर देखा जाए तो ये बढ़ी हुई राशि 900 रुपये से लेकर 1200 रुपये त्रैमासिक होती है। संचयी प्रगतिशील सूचकांक का मतलब विद्यालयों के खर्चों से है। इसमें बिजली, पानी, फर्नीचर और अन्य संचालन व्यवस्था शामिल है। संस्था का दावा है कि कर्मचारियों के वेतन भी बढ़ाएंगे।

फीस वृद्धि पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अभिभावकों की संस्था ‘पापा’ के दीपक सिंह सरीन ने कहा कि ये प्रक्रिया गलत है नियमानुसार, विद्यालयों को फीस बढ़ाने का अधिकार तभी है जब वह घाटे में जा रहे हों। इसके लिए विद्यालयों को एक प्रस्ताव बनाकर जिला शुल्क नियामक समिति को भेजना होता है, जिसके अध्यक्ष जिलाधकारी होते हैं। प्रस्ताव पास होने के बाद ही विद्यालय फीस में बढ़ोतरी कर सकते हैं। हर साल स्कूल वाले मिलकर फीस बढ़ाने का तय कर लेते हैं जो गलत है।

प्रिल्युड पब्लिक स्कूल के संचालक और अप्सा के अध्यक्ष डा. सुशील गुप्ता ने कहा कि सरकार हर साल संचयी प्रगतिशील सूचकांक में वृद्धि करती है, इस वजह से हमें भी फीस में बढ़ोतरी करनी पड़ती है। यह विद्यालयों के खर्चों से मतलब है जिसमें कर्मचारियों के वेतन भी शामिल हैं। अप्सा से शहर के 65 स्कूल जुड़े हैं।

होली पब्लिक स्कूल के संचालक और नप्सा के अध्यक्ष संजय तोमर ने कहा कि नेशनल प्रोग्रेसिव स्कूल्स आफ आगरा से 70 स्कूल संबद्ध हैं। नए सत्र से 10 प्रतिशत फीस बढ़ाई गई है। इसमें शिक्षकों व कर्मचारियों के वेतन, विद्यालयों से संबंधित दूसरे खर्चे शामिल हैं।


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