आगरा: सरकारी जमीन पर कब्जा कर किये गये अवैध पक्के निर्माणों पर मंगलवार को नगर निगम का महाबली गरजा। लगभग एक दर्जन मकानों के आगे सरकारी भूमि पर की गई बाउंड्रीवाल को नगर निगम ने धराशाई करा दिया। कार्रवाई के दौरान लोगों की भारी भीड़ मौके पर जमा थी। इस दौरान सड़क किनारे रखे गये जनरेटरों को भी हटवाया गया। कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर एकत्रित हो गये थे। हालांकि अतिक्रमणकारियों ने कार्रवाई का विरोध भी किया लेकिन वे अपने मंसूबों में सफल नहीं हो सके।
कमला नगर के ब्लॉक बी और डी में लगभग एक दर्जन लोगों ने अपने घरों के आगे पड़ी सरकारी भूमि पर अवैध रुप से कब्जा करके पक्के निर्माण करा लिए थे। इसकी शिकायत मिलने पर नगर निगम प्रशासन की ओर से करीब साल भर से अवैध कब्जाधारियों को जमीन खाली कराने के लिए अवगत कराया जा रहा था। इसके बावजूद भी जब लोगों के द्वारा अवैध कब्जों को नहीं हटाया गया तो निगम प्रशासन की ओर से लाल निशान लगा कर कार्रवाई की चेतावनी दी गई इसके बावजूद अतिक्रमणकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंगी। इस पर गत दिवस फिर से अवैध निर्माणों पर लाल निशान लगाकर नोटिस चस्पा कराकर चेतावनी दी गयी। इसके बाद भी जब अवैध निर्माण नहीं हटाये गये तो मंगलवार को नगर निगम का प्रवर्तन दस्ता प्रवर्तन प्रभारी डा. अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में वहां पहुंचा और बुलडोजर की सहायता से अवैध निर्माणों को ध्वस्त करा दिया।
इससे पूर्व आवास विकास के सेक्टर 4 और देहली गेट से भी निगम की टीम ने ठेल धकेल और अतिक्रमण हटवाए। इस दौरान एक दुकानदार पर प्रतिबंधित पॉलीथिन पाये जाने पर उस पर चार हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया ।
कूड़ा कलेक्शन में लापरवाही पर तीस लाख का जुर्माना
नगर में कूड़ा कलेक्शन की जिम्मेदारी संभाल रही स्वच्छता कारपोरेशन अपने कार्य को ठीक से अंजाम नहीं दे रही है। कार्य में लापरवाही पर सख्त रुख अपनाते हुए नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने फर्म पर तीस लाख की पैनाल्टी लगाई है।
नगर में कूड़े का उठान कर रही स्वच्छता कारपोरेशन के कार्य की प्रतिदिन नगर आयुक्त द्वारा मॉनिटरिंग कराई जा रही है। इसी क्रम में जुलाई और अगस्त माह में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के कार्य का सत्यापन जेडएसओ और सफाई निरीक्षकों के माध्यम से कराया गया। उनके द्वारा पर्यावरण अभियंता को दी गई रिपोर्ट में कूड़ा कलेक्शन के दौरान तमाम खामियां सामने आयीं। दी गई आख्या के अनुसार फर्म के द्वारा डोर टू डोर कूड़ा लेने के लिए जाने वाली गाड़ियों के द्वारा बीच बीच में घर छोड़कर कलेक्शन किया जा रहा था। बीच बीच में बिना सूचना दिये ही कूड़े का कलेक्शन नहीं किया गया। रक्षाबंधन त्योहार के दौरान सभी जोनों में पांच से छह दिन तक कूड़े का उठान नहीं हुआ। इस दौरान फर्म द्वारा कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की गई थी। कारपोरेशन के कर्मचारी ड्रेस में भी कार्य करते हुए नहीं पाये गये। वाहनों 14 साल से कम उम्र के बच्चे कार्यरत पाये गये जो कि गैर कानूनी है। वाहनों पर जिंगल वैल भी नहीं बजाई जा रही थी।
फर्म की समस्त गाड़ियों पर अभी भी दो डस्टविन नहीं लगाये गये हैं। कूड़े का कलेक्शन भी अनहाईजनिक तरीके से किया जा रहा है। वाहनों के द्वारा खाली प्लाटों में कूड़ा खाली करने की भी शिकायतें लगातार लोगों से मिल रही हैं।
संभव दिवस में आईं शिकायतों के निस्तारण में न बरतें कोताही
आगरा। संभव दिवस आने वाले फरियादियों की समस्याओं के निस्तारण में संबंधित अधिकारी किसी भी प्रकार की कोताही न बरतें। किसी भी शिकायत का पुनः आना हमारी कार्यप्रणाली पर प्रष्नचिन्ह लगाता है। अतः हर संभव कोशिश की जाए कि जो भी शिकायत प्राप्त हो उसका निस्तारण जल्द से जल्द हो जाए। नगर निगम कार्यकारिणी हॉल में आयोजित संभव दिवस में इस प्रकार के निर्देश नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने अधिकारियों को दिये। आज 14 लोग अपनी समस्याओं को लेकर संभव दिवस में पहुंचे। इस अवसर पर उपनगर आयुक्त सरिता सिंह, मुख्य अभियंता बी. एल. गुप्ता, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. संजीव वर्मा, प्रवर्तन प्रभारी पूर्व कर्नल राहुल गुप्ता भी उपस्थित रहे।
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