आगरा: ताजमहल में अव्यवस्थाओं और सुधार के दावों-प्रतिदावों के बीच शनिवार की सुबह एक महिला पर्यटक बंदरों के हमले का शिकार हो गई। हालांकि बंदरों ने यह हमला ताजमहल के भीतर नहीं बल्कि बाहर पूर्वी गेट के निकट किया।
यह घटना सुबह करीब छह बजे की है। बंदरों के हमले से महिला पर्यटक गिर पड़ी और चोटिल हो गई। टूरिस्ट गाइड एसोसियेशन के अध्यक्ष दीपक दान ने यह जानकारी देते हुए जानना चाहा कि आखिर पर्यटकों को बंदरों के हमले से निजात कब मिलेगी।
उन्होंने बताया कि तड़के करीब साढ़े पांच बजे पुरानी मंडी चौराहे से शाहजहां गार्डन होते हुए पश्चिमी गेट वाले रास्ते पर भी बंदरों का जमघट लगा हुआ था। जिससे सूर्योदय में ताजमहल देखने आने वाले पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि अधिक हो-हल्ला होने पर नगर निगम एक दो दिन अभियान चलाकर औपचारिकता पूरी कर देता है, लेकिन स्थाई समाधान पर किसी का ध्यान नहीं है।
अखिलेश यादव ने उठाए थे सवाल, एएसआई ने दिए जवाब
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ताजमहल के रखरखाव और बंदरों की समस्या पर सवाल उठाये थे। उनके सवालों भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने बिंदुवार जवाब भी दिए। अखिलेश ने अन्य सवालों के साथ ही कहा था कि ताजमहल परिसर बंदरों के लिए अभयारण्य बन गया है। इस पर एएसआई ने जवाब दिया कि ताजमहल परिसर में एक साल से अधिक समय से किसी पर्यटक ने बंदर की शिकायत नहीं की है।