आगरा। सिकंदरा क्षेत्र की एक नवविवाहिता ने अपने पति और ससुराल पक्ष पर दहेज की मांग, मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना, क्रूरता और जान से मारने की कोशिश जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता की तहरीर पर थाना सिकंदरा पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दहेज में लाखों देने के बाद भी बढ़ी मांगें
पीड़िता के अनुसार उसके परिवार ने शादी में 20–25 लाख रुपये, सोने-चांदी के जेवर, नकद और गृहस्थी का पूरा सामान अपनी क्षमता से अधिक दिया था। इसके बावजूद ससुराल पक्ष ने शादी के दूसरे ही दिन कार की मांग शुरू कर दी। रोजाना ताने, अपमान और मानसिक उत्पीड़न उसके जीवन का हिस्सा बन गया।
“शादी सिर्फ दहेज के लिए की” — पीड़िता का आरोप
नवविवाहिता का आरोप है कि उसका पति समीर गुप्ता अक्सर कहता था कि उसने यह रिश्ता सिर्फ दहेज के लिए किया है। वह कई महिलाओं से संपर्क में रहता था और जब पीड़िता ने मोबाइल में मिले चैट, फोटो और वीडियो को लेकर सवाल किया, तो उसके साथ मारपीट की गई। आरोप है कि समीर ने तकिए से गला दबाकर हत्या की कोशिश भी की। सास और ननद ने उसके जेवर और अन्य स्त्रीधन छीनकर अपने पास रख लिया। हालात इतने बिगड़े कि विदाई के समय उसे सिर्फ एक जोड़ी कपड़े और मंगलसूत्र में मायके भेज दिया गया।
मायके में घुसकर हंगामा, कपड़े फाड़े
पीड़िता ने बताया कि 15 मई की शाम पति समीर, उसका पिता और मित्र आशीष गंगवार मायके पहुंचे और गाली-गलौज के साथ घर में घुस आए। आरोप है कि उन्होंने उसे जबरन खींचकर ले जाने की कोशिश की। इसी दौरान आशीष ने गलत नीयत से पकड़कर उसका कुर्ता फाड़ दिया और परिवार के सदस्यों से भी मारपीट की। जाते-जाते तीनों ने जान से मारने की धमकी दी, जिससे पीड़िता और उसका परिवार दहशत में आ गया।
मुकदमा दर्ज, जांच जारी
दहेज की लगातार मांग, मारपीट, धमकियों और जेवर न लौटाने की शिकायत पर पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। पीड़िता का कहना है कि ससुराल पक्ष अभी भी उस पर कार देने का दबाव बना रहा है। न तलाक देने को तैयार हैं और न ही उसका स्त्रीधन लौटाने को।
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और तथ्य सामने आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

