आगरा। किरावली तहसील में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सतर्कता विभाग की टीम ने एक लेखपाल को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह रिश्वत दो भाइयों के बीच खेत के बंटवारे के नाम पर मांगी गई थी। मजे की बात ये थी कि रिश्वत लेता लेखपाल दुकान के सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गया है।
मामला तहसील किरावली क्षेत्र के गांव रायभा का है, जहां रिटायर्ड शिक्षक रामचरण सिंह और उनके भाई श्यामवीर सिंह के बीच जमीन का बंटवारा होना था। बंटवारे की प्रक्रिया में तैनात लेखपाल ने नारायण दास ने 50,000 रुपये की घूस मांगी थी। नारायण दास अटूस गांव का निवासी है और उसका कार्यक्षेत्र रायभा गांव है।
लेखपाल के रिश्वत मांगने पर रामचरण सिंह ने समय रहते इसकी विजिलेंस विभाग को दी। विभाग की टीम ने जाल बिछाया और किरावली तहसील के बाहर काका मिष्ठान्न भंडार की दुकान पर लेखपाल को घूस लेते हुए धर दबोचा। मिठाई की दुकान में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे। लेखपाल के रिश्वत लेने का वीडियो भी सीसीटीवी कैमरे के जरिए बाहर आ गया है।
विजिलेंस ने लेखपाल को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया, जबकि किरावली के एसडीएम और तहसीलदार को इसकी भनक तक नहीं लगी। जिलाधिकारी द्वारा इस बारे में जानकारी किए जाने पर दोनों अधिकारियों के स्तर से अनभिज्ञता प्रकट की गई। लेखपाल के गिरफ्तार होने पर यह खबर जंगल में आग की तरह फैलने लगी।