आगरा। मोबाइल फोन आज की युवा पीढ़ी की ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है, लेकिन जब यह लगाव हद से बढ़ जाए तो नतीजे बेहद दर्दनाक हो सकते हैं। ऐसी ही एक घटना आगरा में सामने आई है, जहां सिर्फ मोबाइल तोड़ देने की बात से नाराज़ होकर एक 17 वर्षीय किशोरी ने आत्मघाती कदम उठा लिया।
यह मामला हरीपर्वत थाना क्षेत्र के लंगड़े की चौकी मोहल्ले के निवासी हरिशंकर के परिवार से जुड़ा है। जानकारी के अनुसार किशोरी मोबाइल का अत्यधिक इस्तेमाल कर रही थी। पिता ने बेटी से खाना बनाने को कहा था, लेकिन वह मोबाइल में बिजी रही। इस पर उसके पिता ने नाराज़गी जताई और गुस्से में आकर उसका मोबाइल तोड़ दिया। इसी बात से आहत होकर लड़की ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के वक्त लड़की की मां नहाने गई हुई थी जबकि पिता काम पर चला गया था।
बाथरूम से निकलकर मां ने बेटी को फंदे पर लटका देखा तो चीखने लगी। आसपास के लोग भी आ गए। लड़की को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। लड़की को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
विशेषज्ञों का कहना है कि मोबाइल को लेकर बढ़ती निर्भरता अब मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल रही है। किशोरों में डिजिटल डिवाइस से जुड़ी डिजिटल एडिक्शन एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। इस उम्र में बच्चों की भावनाएं बहुत संवेदनशील होती हैं। उनके साथ संवाद करना और सीमाएं तय करना बहुत ज़रूरी है, लेकिन सज़ा के बजाय समझदारी ज़्यादा असरदार होती है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि परिजनों से पूछताछ के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।