Agra News: पवित्र नाम, अपवित्र काम…मंदिर में बच्ची से दरिंदगी, न्याय तब मिला जब कैमरे ने गवाही दी

Regional

जगदीशपुरा में इंसाफ CCTV का मोहताज! बच्ची के साथ दुष्कर्म, फिर पुलिस की लीपापोती ?

मंदिर में बच्ची से दरिंदगी, पुलिस ने कहा- मानसिक रोगी है

परिजन बोले– मानसिक रोगी नहीं, मेडिकल स्टोर में करता है काम

अगर आरोपी विक्षिप्त था, तो वो मेडिकल स्टोर में नौकरी कैसे कर रहा था?

जगदीशपुरा में मासूम से हैवानियत, पुलिस का रवैया बना दूसरा अपराध ?

आगरा में एक पांच साल की मासूम बच्ची की अस्मिता रौंद दी गई—ना किसी सुनसान अंधेरी गली में, ना किसी वीरान इलाके में—बल्कि उस जगह पर, जिसे लोग “देवस्थान” कहते हैं। जी हां, एक मंदिर के भीतर, जहां इंसान सिर झुकाता है और अपराध थरथराते हैं, वहां एक दरिंदा पूरी बेशर्मी से अपना वहशी चेहरा लेकर पहुंचा।

क्या है पूरा मामला

आगरा। 18 मई 2025 दिन रविवार की सुबह करीब 9:00 बजे, जगदीशपुरा थाना क्षेत्र की पुष्प विहार कॉलोनी में पांच साल की मासूम बच्ची कॉलोनी के कैलाशपति महादेव मंदिर के बाहर खेल रही थी। पड़ोस में रहने वाला युवक—नाम ‘पवित्र’ उर्फ ‘पम्मी’—जो नाम से जितना पवित्र था, मन से उतना ही अपवित्र निकला। वह मासूम बच्ची को चुपके से मंदिर के अंदर ले गया। यहां उसने बच्ची के कपड़े उतार दिए। और वहां जो हुआ, वह इंसानियत को शर्मिंदा करने वाला था।

मासूम चीखती रही, उसने खुद को छुड़ाने की कोशिश की। मगर आरोपी ने उसका मुंह दबा दिया। इसी बीच तभी बच्ची की दादी ने चीख सुनी और दौड़ती हुई मंदिर पहुंची। आंखों के सामने जो देखा, वो किसी भी इंसान को भीतर से झकझोर दे—एक मासूम, भय से कांपती हुई, और एक हैवान उसे दबोचे हुए। आरोपी बच्ची का मुंह दबाएं हुए था। इससे पहले वह कुछ समझ पाती, आरोपी धक्का देते हुए मौके से फरार हो गया।

बच्ची की दादी ने जब देखा तो उसकी हालत खराब थी। यह देखकर दादी ने शोर मचाया तो शोर सुनकर मौके पर आस पास के लोग आ गये। मासूम ने रोते हुए  घटना के बारे में बताया तो आस पास के लोगों ने पीछा किया, और दौड़कर आरोपी को पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी। परिजन मासूम बच्ची को और आरोपी को लेकर थाने पहुंचे यहां आरोपी के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपी युवक पवित्र उर्फ पम्मी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने मासूम को मेडिकल के लिए भेजा, रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने रात में थाने से ही आरोपी को छोड़ दिया गया।

जब यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, CCTV फुटेज सामने आया, तब जाकर पुलिस ने दोबारा आरोपी को पकड़ा। और फिर शुरू हुई सफाई देने की परंपरा ?

इस मामले में एसीपी मयंक तिवारी का कहना है कि परिजनों ने उस दिन केवल छेड़छाड़ की घटना बताई थी। आरोपी मानसिक रूप से विक्षिप्त है। सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।

वही मासूम बच्ची के परिजनों का कहना है कि आरोपी उनके घर से कुछ ही दूरी पर रहता है। वह मेडिकल स्टोर पर काम करता है। उसकी मानसिक हालत बिल्कुल ठीक है। हमने पुलिस को बताया था कि बच्ची के साथ गंदा काम किया गया है।

सोया पड़ा था महिला आयोग, वीडियो वायरल हुआ तो नींद टूटी?

थाना जगदीशपुरा क्षेत्र में मंदिर के पास 5 साल की मासूम के साथ हुई दरिंदगी के मामले में अब तक खामोश बैठे महिला आयोग की नींद सोशल मीडिया के ज़रिए टूटी। घटना का वीडियो वायरल होते ही उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान हरकत में आईं और पीड़िता के परिवार से मुलाकात की।

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने पीड़ित परिवार से  मुलाकात की और घटना की जानकारी लेने के साथ ही थाना जगदीशपुरा पुलिस की कार्यवाही की भी जानकारी ली।

बबीता चौहान ने कहा कि पीड़ित परिवार समझौता करना चाहता था। लेकिन हमने काउंसलिंग के बाद पीड़ित परिवार को कार्यवाही के लिए मनाया।

उन्होंने कहा कि आरोपी युवक को मानसिक रूप से बीमार बताया जा रहा है। जिससे मैं सहमत नहीं हूं। उन्होंने कहा कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलेगा। निर्देश दिए की 15 दिन में कार्यवाही होगी।

रिपोर्टर- ब्रज निगम