Agra News: उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने एसएन मेडिकल कॉलेज द्वारा टीबी उन्मूलन के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की

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आगरा: एसएन मेडिकल कॉलेज के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग और एनटीईपी कोर कमेटी द्वारा शनिवार को स्टेट टीबी टास्क फोर्स की 50 वीं बैठक आयोजित की गई। इसमें पूरे प्रदेश के 68 मेडिकल कॉलेजों के दो-दो प्रतिनिधियों, जिला क्षय रोग अधिकारियों व विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय द्वारा किया गया। विशिष्ट अतिथि मुख्य चिकित्सा अधिकारी आगरा डॉ. अरुण श्रीवास्तव रहे। स्वागत एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने किया।

बैठक में प्रदेश के सात जोन में बंटे 68 मेडिकल कॉलेजों द्वारा राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत मौजूद संसाधनों का उपयोग करते हुए टीबी नोटिफिकेशन को बढ़ाने पर जोर दिया गया। बैठक में तय किया गया कि 100 दिवसीय टीबी जागरुकता अभियान के दौरान इनडोर और आउटडोर क्षेत्रों में टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग करने का सिलसिला पूरे साल जारी रखा जाएगा। मेडिकल कॉलेज में आने वाले प्रत्येक मरीज की टीबी स्क्रीनिंग की जाएगी।

मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री द्वारा कहा गया कि एसएन मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता के सफल निर्देशन में दोबारा से अपनी खोई हुई गरिमा को प्राप्त कर रहा है।

कॉलेज का रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग प्रदेश में अग्रणी भूमिका निभाता रहा है। यहां पर प्रदेश का पहला हेपा फिल्टर वार्ड, डेडिकेटेड ड्रग रेजिस्टेंस टीबी आईसीयू, डीआर टीबी वार्ड स्थापित किया गया है। यहां पर टीबी मरीजों के उपचार के लिए अग्रणी भूमिका निभाई जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार टीबी मरीजों को निशुल्क जांच, निशुल्क इलाज व पोषण भत्ता प्रदान कर रही है।

स्वागत भाषण में डॉ. प्रशांत गुप्ता ने कहा कि एसएन मेडिकल कॉलेज का रेस्पिरेटरी विभाग लगातार अच्छे कार्य कर रहा है जो प्रशंसनीय है।

राष्ट्रीय टास्क फ़ोर्स के उपाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. राजेंद्र प्रसाद व स्टेट टीबी एंड डेमोंस्ट्रेशन सेंटर के निदेशक डॉ. संजीव लवानियां ने अपने विचार रखे तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की समीक्षा की।

किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के रेस्पिरेटरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. सूर्यकांत त्रिपाठी ने कहा कि जोनल टास्क फोर्स मैकेनिज्म और स्टेट टास्क फोर्स मैकेनिज्म के बारे में बताया मेडिकल कॉलेज टीबी रोग पर रिसर्च करके टीबी से होने वाली मृत्यु दर को काम करने के लिए भी काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि एसएन मेडिकल कॉलेज में टीबी मरीजों के लिए आईसीयू स्थापित करना एक ऐतिहासिक कदम है, इससे गंभीर टीबी मरीजों को लाभ मिलेगा।

कार्यक्रम के ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन डॉ. गजेंद्र विक्रम सिंह (प्रोफेसर, रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग, एसएन मेडिकल कॉलेज) ने बताया कि मीटिंग का उद्देश्य प्रदेश के सभी प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत की जाने वाली विभिन्न एक्टिविटी की समीक्षा करना था। बैठक में मेडिकल कॉलेजों में टीबी मरीजों के लिए सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया गया। डॉ. जीवी सिंह ने उदाहण देते हुए कहा कि स्टेट टीबी टास्क फोर्स के हस्तक्षेप से राजकीय मेडिकल कॉलेज कन्नौज में टीबी मरीजों के लिए विशेष वार्ड बनाने के लिए वहां के प्राचार्य से बात की है। अब वहां 15 दिन के भीतर टीब मरीजों के लिए विशेष वार्ड बन जाएगा।

कार्यक्रम के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सुखेश गुप्ता ने बताया कि बैठक में 100 दिवसीय टीबी जागरुकता अभियान के अंतर्गत होने वाली विभिन्न एक्टिविटी पर भी चर्चा की गई।