Agra News: पीत ध्वजाओं और जयकारों के साथ निकली भव्य आमंत्रण यात्रा, 29 और 30 दिसम्बर को गोबर्धन में 16वां दिव्य छप्पन भोग महोत्सव

विविध

आगरा। देसी-विदेशी फ़ूलों से सुसज्जित शेषनाग पर विराजमान गिरधरलाल को देख ऐसा लग रहा था मानो जमीं पर स्वर्ग उतर आया हो। श्रद्धा और सबुरी में डूबे गिरिराज जी के अनन्य भक्त। श्रीहरि के जयकारों से गुंजायमान होता मार्ग। उल्लास के साथ 29-30 दिसम्बर को होने जा रहे 16वें दिव्य छप्पन भोग महोत्सव का निमंत्रण देता श्री गिरिराज जी सेवा मण्डल परिवार।

शनिवार को श्रीमन:कामेश्वरनाथ मंदिर से श्री गिरिराज जी सेवा मंडल परिवार की ओर से अविस्मरणीय आमंत्रण यात्रा निकाली गई। महाआरती दर्शन का आयोजन भी किया गया। सबसे आगे महाराष्ट्र के ढोल- नगाड़ों के साथ चलती गणेश जी की झांकी, शहनाई वादन पर निकलती सतरंगी फूलों से सजी रामलाला की झांकी, मुख्य आकर्षण के रूप में साधु संतों द्वारा ‘चलो कुम्भ’ का निमंत्रण देती झांकी अलग ही छटा बिखेर रही थी।

कलाकारों द्वारा संजीव प्रस्तुति देती वानर सेना के साथ सालासर बालाजी की झांकी और मुख्य डोले के रूप में क्षीरसागर के स्वरूप में शेषनाग पर ठाकुर जी के दर्शन की झांकी का शहरवासियों ने शीश झुका कर अभिवादन किया।

आमंत्रण यात्रा का शुभारम्भ उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबिता सिंह चौहान, कार्णि आश्रम के मुखिया हरिओम महाराज, विधायक पुरुषोत्तम खण्डेलवाल, बल्केश्वर महादेव मंदिर के महन्त कपिल नागर, मनःकामेश्वर मंदिर के महंत योगेश पुरी, संस्थापक नितेश अग्रवाल, सह संस्थापक मयंक अग्रवाल, संरक्षक रविंद्र गोयल और अध्यक्ष अजय सिंघल ने श्री गिरिराज जी की आरती व श्रीफल फोड़कर किया।

रास्ते भर बांटा माखन-मिश्री का प्रसाद

यात्रा रावतपाड़ा श्रीमनःकामेश्वर मंदिर से प्रारम्भ होकर जौहरी बाजार, दरेसी, छत्ता बाजार, बेलनगंज, पथवारी, धूलियागंज, फुलट्टी बाजार, किनारी बाजार होते हुए पुनः रावतपाड़ा पर पहुंचकर समाप्त हुई। फूलों व इत्र की वर्षा कर 80 स्थानों पर विभिन्न व्यापारिक व सामाजिक संस्था द्वारा शोभायात्रा का स्वागत किया गया। पूरे मार्ग में माखन-मिश्री का प्रसाद और निमंत्रण पत्र राहगीरों को वितरित किए गए।

21 वेदाचार्यो द्वारा का शत्रोक्त स्तुतिगान व महाआरती

शोभायात्रा के दौरान दीपकों और कालीन से फुलट्टी चौराहा से सेब का बाजार तक का मार्ग सजाया गया था। आगरा के इतिहास में पहली बार 21 वेदाचार्यो द्वारा का शत्रोक्त स्तुतिगान एवं 551 थालों से गिरिराजधारण की महाआरती उतारी गयी।

फुब्बारा चौक बने पर विशाल एलईडी द्वार पर लाइट एंड साउंड शो के साथ पुष्पवर्षा के साथ ठाकुर जी की स्वागत आरती की गई। विश्राम आरती रावतपाड़ा पर हुई। आमंत्रण यात्रा के मुख्य संयोजक अंकुर अग्रवाल, पुनीत अग्रवाल, लक्ष्मण सिंघल, नितिन अग्रवाल, नीरज अग्रवाल, कृष्णांग गौरव दीक्षित और अमित पराशर ने शोभायात्रा की व्यवस्था संभाली।

शेषनाग की थीम पर क्षीरसागर में विराजेंगे गिरधर लाल

अध्यक्ष अजय सिंघल ने बताया कि गोवर्धन तलहटी में आन्योर बड़ी परिक्रमा मार्ग स्थित गुरु कार्ष्णि आश्रम को कलकत्ता के कारीगरों द्वारा शीर्ष सागर के रूप में भव्य फूल बंगला व जगमग रोशनी की सजावट कर राजस्थानी परिवेश में सजाया जाएगा। इस बार लोक नृत्य कला और कठपुतली शो का एक अनूठा कार्यक्रम होगा। द्वारिकाधीश मंदिर मथुरा के महंत शरद शंकर द्वारा गिरिराज महाराज का रत्नजड़ित पोशाक से रमणीक श्रृंगार किया जाएगा। इसमें आगरा-मथुरा से हजारों श्रद्धालु गिरिराज महाराज के दर्शन को पहुंचेंगे।

11 हजार किलो व्यंजनों का छप्पन भोग

महामंत्री विजय अग्रवाल ने बताया कि 26 को भट्टी पूजन, 27 दिसम्बर को मेहंदी उत्सव में महिलायें गिरिराज जी की के नाम की मेहंदी लगाएंगी। 29 को गोविन्दाभिषेक गोपाल सहस्त्रानाम पाठ, गोवर्धन पर्वत की दुग्धधार परिक्रमा, और 30 को साधु की सेवा, गिरिराज महाराज के शृंगार दर्शन, 11 हजार किलो व्यंजनों का छप्पन भोग, भंडारे और रात्रि में भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। श्रद्धालुओं हेतु विभिन्न स्थानों से नि:शुल्क बसों की व्यवस्था भी की गयी है।

शोभायात्रा में ये रहे शामिल

शोभायात्रा में विशाल बंसल, अमित अग्रवाल, संतोष मित्तल, हरिओम सिंघल, नीरज अग्रवाल, विकास वर्मा, दीपक अग्रवाल, बालमुकुंद गोयल, नीरज मित्तल, अशोक अग्रवाल, सुमित सिंघल, अतुल गोयल, कुलभूषण गुप्ता, पुरुषोत्तम दास मित्तल, नरेंद्र गर्ग, चंद्रमोहन बंसल, संजय मंगल, रिंकू वर्मा, मयंक जैन, विकास जैन, राजेंद्र अग्रवाल, सीमा गोयल, आशी अग्रवाल, शिवानी सिंघल, रूचि बंसल, मधु गोयल, ज्योति मित्तल, कविता अग्रवाल, कल्पना जैन, सोनिया गर्ग, सोनल, शालिनी आदि मौजूद रहे।


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