Agra News: इको टूरिज्म विकसित के लिये प्रयासरत, सूर सरोवर में बढाई जा रही हैं सुविधाएं: डीएफओ चांदनी सिंह

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आगरा। वन विभाग ने चंबल सफारी प्रोजेक्ट का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इसकी अनुमति मिल जाएगी। वर्तमान में नंदगवां क्षेत्र में स्थित चंबल सफारी प्राइवेट सेक्टर द्वारा संचालित की जा रही है। शीघ्र ही विभाग द्वारा इसे अपने नियंत्रण में लेकर रखरखाव और संचालन का कार्य शुरू किया जाएगा।

आगरा की डीएफओ चांदनी सिंह ने नेशनल चैम्बर ऑफ इंडस्ट्री एंड कॉमर्स के एक प्रतिनिधिमंडल को यह जानकारी दी। चैम्बर अध्यक्ष संजय गोयल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल जिला वन अधिकारी और चंबल सफारी प्रोजेक्ट की प्रभारी अधिकारी चांदनी सिंह से उनके कार्यालय में भेंट करने पहुंचा था। इस अवसर पर चैम्बर के पूर्व अध्यक्ष एवं कोर्डिनेटर मनीष अग्रवाल भी उपस्थित रहे। दोनों ने चांदनी सिंह के साथ इको टूरिज्म को लेकर विस्तार से चर्चा की।

डीएफओ ने बताया कि कीठम झील क्षेत्र में भी सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। एक वॉच टावर का निर्माण पूर्ण हो चुका है और पर्यटकों के लिए अन्य सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं। हालांकि, अभी बोटिंग की अनुमति प्रदान नहीं की गई है।

उन्होंने यह भी बताया कि इस क्षेत्र में मगरमच्छ, घड़ियाल, डॉल्फिन और विभिन्न प्रकार के पक्षी बड़ी संख्या में मौजूद हैं, जो इसे पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत आकर्षक बनाते हैं। विशेष रूप से अक्टूबर से मार्च माह के बीच पर्यटक बड़ी संख्या में इन जीवों का अवलोकन कर सकते हैं।

चैम्बर के पूर्व अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने सुझाव दिया कि चंबल सफारी प्रोजेक्ट का संचालन विभाग द्वारा किए जाने पर टिकट दरों में रियायत दी जा सकती है, जिससे आम जनमानस भी इस स्थल का भ्रमण कर सकेगा और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

उन्होंने कीठम झील क्षेत्र में एक रिसोर्स सेंटर स्थापित करने का भी सुझाव दिया, जहां प्रोजेक्टर के माध्यम से झील के अद्भुत दृश्य दिखाए जा सकें और पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके।

सूर सरोवर के सामने बनाए गए कट के बंद होने के कारण उत्पन्न समस्याओं को लेकर भी चर्चा की गई। इस मुद्दे पर मनीष अग्रवाल ने बताया कि चैम्बर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को पत्र लिखकर समाधान की मांग करेगा। चैम्बर अध्यक्ष संजय गोयल ने भी शीघ्र ही इस दिशा में आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया।

चैम्बर द्वारा यह भी सुझाव दिया गया कि पर्यटकों की सुविधा के लिए गोल्फ कार्ट की व्यवस्था की जानी चाहिए, ताकि वे पार्किंग से अंदर तक आसानी से पहुंच सकें। इस पर चांदनी सिंह ने सकारात्मक रूख अपनाते हुए शीघ्र ही गोल्फ कार्ट सेवा शुरू करने का आश्वासन दिया।

अंत में, चांदनी सिंह ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि शीघ्र ही चैम्बर के साथ एक संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें दोनों के सहयोग से इको टूरिज्म को और अधिक सशक्त बनाने पर विचार किया जाएगा।