आगरा। डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर आगरा कॉलेज में “हमारा संविधान हमारा अभिमान” मिशन के तहत हुई वाद-विवाद और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य प्रो. चित्र कुमार गौतम द्वारा दीप प्रज्वलन एवं डॉ. अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया।
दो विषयों पर थी वाद-विवाद प्रतियोगिता
वाद-विवाद प्रतियोगिता दो विचारोत्तेजक विषयों पर आधारित रही। ये थे क्या भारतीय संविधान आज भी अपनी मूल भावना के अनुसार लागू हो रहा है? क्या आज का युवा वर्ग डॉ. अंबेडकर के विचारों को केवल औपचारिकता तक सीमित कर रहा है?
इस प्रतियोगिता में बीए एलएलबी की छात्रा परी पचौरी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। एमए (राजनीति विज्ञान) की खुशी चौधरी द्वितीय और एलएलबी की अदिति शर्मा तृतीय स्थान पर रहीं। इला शर्मा, फरहीन, और ऋतिक सिंह को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए गए। प्रतियोगिता का मूल्यांकन प्रो. भूपाल सिंह एवं प्रो. शशिकांत पांडेय ने किया।
पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता
इस प्रतियोगिता में एमए के छात्र विक्रम कुमार को प्रथम स्थान मिला। कीर्ति शर्मा एवं सपना सिंह को संयुक्त रूप से द्वितीय, जबकि रिया सिंह एवं विजय सिंह को संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। ज्योति सैनी को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। निर्णायक की भूमिका में प्रो. पी. बी. झा तथा संयोजिका के रूप में प्रो. मनीषा दोहरे रहीं।
डॉ. अंबेडकर के विचारों को आत्मसात करें
ब्रज प्रांत के प्रांत कार्यालय सह-प्रमुख श्री अंकित पांडे ने अपने वक्तव्य में कहा कि डॉ. अंबेडकर के विचारों को पुस्तकों तक सीमित न रखते हुए उन्हें जीवन में आत्मसात करना चाहिए। सामाजिक समरसता के जरिए ही राष्ट्र को सशक्त बनाया जा सकता है।
बाबा साहब शिक्षा को सर्वोपरि मानते थे
कार्यक्रम का समापन प्राचार्य प्रो. चित्र कुमार गौतम के प्रेरणादायक उद्बोधन से हुआ। उन्होंने कहा, “बाबा साहब शिक्षा को सर्वोपरि मानते थे, और आगरा कॉलेज में हम निरंतर उनके विचारों को साकार करने हेतु प्रयासरत हैं।”
कार्यक्रम का संचालन सांस्कृतिक समिति की समन्वयक प्रो. ममता सिंह, प्रो. रीता निगम एवं प्रो. अल्पना ओझा द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रो. शेफाली चतुर्वेदी, प्रो. कल्पना चतुर्वेदी, डॉ. विकास सिंह, प्रो. अमित अग्रवाल, डॉ. दीपाली सिंह सहित अनेक प्राध्यापकगण उपस्थित रहे।