आगरा: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को 100वें मन की बात संबोधित करेंगे। पीएम मोदी की मन की बात कार्यक्रम के सभी एपिसोड को ऐतिहासिक बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से जुट गई है। रविवार को भाजपा हर वार्ड में एलईडी लगाकर पीएम मोदी की सौंवें ‘मन की बात’ कार्यक्रम को सुनेंगे देखेंगे और आम जनमानस को भी दिखाएंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी की मन की बात कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से देश का युवा प्रेरणा ले रहा है। कोविड-19 के काल में भी प्रधानमंत्री ने जन संवाद कार्यक्रम से अपील करते हुए लोगों को घर में रहने की अपील की थी। उस अपील को देशवासियों ने माना था और उसका पालन भी किया था। जिसके चलते भारत देश इतनी बड़ी महामारी से लड़ पाया। आज भी लोग प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को देखते है सुनते हैं और उनकी बातों का अनुसरण करते है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि मन की बात को देश के नागरिक 52 भाषाओं एवं बोलियों के माध्यम से उनके संबोधन को सुन रहे हैं। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा भी मन की बात कार्यक्रम का हिस्सा रह चुके हैं। आगरा की भाजपा महानगर इकाई इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए कई वार्डों में एलईडी के माध्यम से लोगों को जोड़ने का प्रयास कर रही है।
भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राजकुमार चाहर ने बताया कि 30 अप्रैल, 2023 को प्रधानमंत्री के मन की बात का ऐतिहासिक 100वां संस्करण है। वे प्रातः 10 बजे से मधुकर ग्राउंड फतेहपुर सीकरी में मन की बात को दरी बुनकरों के साथ बैठकर सुनेंगे। उन्होंने आम जनता का आह्वान किया है कि जन-जन को प्रेरित करने वाले मन की बात कार्यक्रम को अवश्य सुनें।
उन्होंने बताया कि मन की बात के सभी एपिसोड में एक अंतर्निहित विषय रहा लोगों के साथ संबंध स्थापित करना। प्रधानमंत्री जी एक ऐसा वातावरण निर्माण करने के लिए जाने जाते हैं जहां लोग उनसे खुलकर बात कर सकते हैं
सभी प्रसारणों का उद्देश्य राष्ट्र निर्माण के साथ चरित्र-निर्माण करना है। ‘सेल्फी विद डॉटर’ अभियान के माध्यम से बालिकाओं की गरिमा को बढ़ावा देने का अभियान हो, सैल्यूट क्लीनिंग अभियान के माध्यम से हमारे नायकों को श्रद्धांजलि देना या ‘फिटइंडिया’ अभियान के माध्यम से फिटनेस के मूल्य को बढ़ावा देना, सभी का उद्देश्य चरित्र निर्माण था।