आगरा: सहकर्मी का महिला कर्मचारी पर दिल आया। अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए महिला कर्मचारी का उत्पीड़न शुरू कर दिया। बात नौकरी तक आ गयी। फिर सहकर्मी ने महिला कर्मचारी के सामने नौकरी बचाने के बदले एक रात बिताने की शर्त रख दी। शर्त न मानने पर सहकर्मी ने मालिक से कहकर महिला कर्मचारी को नौकरी से निकलवा दिया। पीड़िता ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की और अपना दर्द बयां करते हुए इंसाफ की गुहार लगाई। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस कमिश्नर ने संबंधित थाना प्रभारी को मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिये। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।
पीड़िता है सिंगल मदर
शमशाबाद रोड निवासी पीड़ित महिला सिंगल मदर है। अपने बच्चे के लालन पालन के लिए विजय नगर में स्थित नामी स्टील कंपनी आगरा स्टील एंड स्ट्रीप्स कंपनी में ट्रांसलेटर का काम करती थी। विदेशों से आने वाले आर्डर और अन्य कागजों का हिंदी अनुवाद करने का उसका काम था। इसी कंपनी में कंपनी मालिक विनीत बंसल ने भूरा नामक कर्मचारी को कंपनी का केयरटेकर बना रखा है। उसकी बात पर ही कंपनी में सारे काम होते हैं।
तहरीर के मुताबिक भूरा उसके ऊपर बुरी नजर रखता था और कई बार गलत तरह से छूने का प्रयास करता रहता था। विरोध करने पर उसने मालिक से उसके बारे में गलत बातें कहकर उसे नौकरी से निकलवा दिया। इसके बाद आरोपी ने नौकरी बचाने के बदले एक रात बिताने की शर्त रख दी जिससे पीड़िता ने इंकार कर दिया था। इसके बाद उसे जॉब से निकाल दिया गया।
पीड़िता ने बताया कि उसने मालिक को सभी बातें बताने का प्रयास किया पर मालिक ने उसकी एक न सुनी, बल्कि अपने मित्र स्थानीय पार्षद से मामला संभालने के लिए कह दिया। पीड़िता की शिकायत पर थाना हरीपर्वत पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, इसके बाद वह काफी अवसाद में आ गई। पीड़िता ने पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर थाना हरीपर्वत पुलिस मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई कर रही है।