आगरा। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य (सांसद) रामजीलाल सुमन के आवास पर बुधवार को भारी बवाल हो गया। सुमन के राणा सांगा पर विवादित बयान को लेकर करणी सेना के सैकड़ों कार्यकर्ता आज सांसद के आवास पर विरोध करने पहुंचे। इन लोगों ने सुमन के आवास में घुसने का प्रयास किया तो पुलिस से टकराव हो गया। प्रदर्शनकारियों ने आवास के बाहर लगे गेट को तोड़ दिया और कुर्सियों को उठा-उठा कर पटका। इस बवाल में हरीपर्वत के थाना प्रभारी घायल हुए हैं। पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन द्वारा राज्यसभा में राणा सांगा पर दिए विवादित बयान से आक्रोशित करणी सेना के सदस्य बुधवार की दोपहर बुलडोजर लेकर यहां संजय प्लेस के निकट स्थित उनके आवास पर पहुंच गए। पुलिस ने बुलडोजर को बाहर रोका तो युवा पीछे के गेट से निकलकर अंदर पहुंच गए और जमकर तोड़फोड़ की।
आवास के पास खड़ीं गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए और कुर्सियां तोड़ दीं। इसके साथ ही उनके आवास में भी तोड़फोड़ की। पुलिस लाठी फटकार कर उन्हें खदेड़ने में जुट गई। इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
करणी सेना ने ऐसा समय चुना, जब प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शहर में हैं। वे सुमन के घर से डेढ़-दो किमी दूर राजामंडी बाजार स्थित दरियानाथ मंदिर के कार्यक्रम में थे। तभी करणी सेना के सदस्यों और पदाधिकारियों ने राज्यसभा सदस्य के घर पर पहुंचकर तोड़फोड़ की। इससे पुलिस के होश उड़ गए।
करणी सेना के पदाधिकारी और सदस्य बड़ी संख्या में एत्मादपुर के कुबेरपुर में पहुंचे। दोपहर करीब सवा बारह बजे बुलडोजर पर सवार होकर करणी सेना के पदाधिकारी और सदस्य राज्यसभा सदस्य सुमन के घर की ओर निकल लिए। आगरा-दिल्ली राजमार्ग पर वे आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। पुलिसकर्मियों की संख्या कम होने के कारण करणी सेना का काफिला नहीं रुका। इसके बाद पुलिस ने कई स्थानों पर बैरियर लगाकर रोकने का भी प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।
ऐसे में पुलिस ने रामलीलाल सुमन के घर की सुरक्षा बढ़ा दी। एक गेट को बंद कर दिया गया। वहां पुलिस फोर्स तैनात है। दूसरे गेट के पास बैरियर लगाकर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। करणी सेना को रोकने के लिए वाटरवर्क्स समेत अन्य कई स्थान पर भी बैरियर लगाए गए, लेकिन सभी बैरियर से निकलती हुई करणी सेना एक घंटे बाद करें डेढ़ बजे रामजीलाल सुमन के आवास पर पहुंच गई। पुलिस ने बुलडोजर को बाहर ही रोक लिया। इसके बाद कुछ युवक गेट से जबर्दस्ती अंदर घुस गए और तोड़फोड़ शुरू कर दी।
उग्र युवकों ने रामजीलाल सुमन के एचआईजी फ्लैट्स संजय प्लेस के बाहर खड़ी सात-आठ गाड़ियों के शीशे तोड़ने के साथ ही आवास में भी तोड़फोड़ की। वहां रखी कुर्सियां भी तोड़ दीं। पुलिस ने लाठी फटकार कर युवकों को खदेड़ने का प्रयास किया, लेकिन युवकों ने मौके पर नारेबाजी जारी रखी। कई पुलिसकर्मी इस घटना में घायल हुए हैं।
इस बीच हरीपर्वत थाने के प्रभारी के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस बल वहां पहुंच चुका था। पुलिस ने लोगों को रोकने का प्रयास किया। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष की स्थिति बन गई। इसी में थाना प्रभारी आलोक कुमार घायल हो गये। कई अन्य पुलिसकर्मियों के साथ ही प्रदर्शनकारियों को भी चोटें लगी हैं।
इसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटने लगी। बवाल की सूचना मिलने के बाद मौके पर और भी पुलिस फोर्स बुला लिया गया था।
क्या कहा था रामजीलाल सुमन ने
राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज की समीक्षा पर आगरा के रहने वाले सपा से राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा था कि इन लोगों का तकिया कलाम हो गया है कि मुस्लिमों में बाबर का डीएनए है। हिंदुस्तान के मुस्लिम बाबर को अपना आदर्श नहीं मानते हैं, वह मोहम्मद साहब और सूफी संतों को आदर्श मानते हैं।
आगे कहा कि लोगों को यह जानना चाहिए कि इब्राहिम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा ने बाबर को बुलाया था। मुसलमान बाबर की औलाद हैं और तुम गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। हिंदुस्तान में यह तय होना चाहिए कि यह बाबर की आलोचना करते हैं लेकिन राणा सांगा की नहीं, यह देश की एकता से जुड़ा महत्वपूर्ण सवाल है। इसके बाद विरोध शुरू हो गयां। आगरा में भी शनिवार को विरोध किया गया। हालांकि, राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने कहा कि मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था।