आगरा: शहर कांग्रेसजनों के प्रतिनिधिमंडल ने आज सांसद रामजीलाल सुमन के निवास पर पहुंच कर पूर्व विधायक रंजीत सुमन को अपने नैतिक समर्थन का पत्र दिया।
कांग्रेसजनों द्वारा जारी बयान में तथाकथित करणी सेना के नाम पर अराजक तत्वों द्वारा शासन प्रशासन के संरक्षण में उनके निवास पर की गई तोड़फोड़, जानलेवा हमला, जातिसूचक शब्दों का प्रयोग व वाहन चालकों के साथ मारपीट की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा है कि इस घटना से प्रदेश की कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है, प्रदेश में पूरी तरह से भाजपा के संरक्षण में अराजक तत्वों का राज्य चल रहा है और पुलिस प्रशासन सत्ता के दवाब में मूक दर्शक बनी हुई है।
कांग्रेस जनों ने कहा है कि प्रशासन बिना सत्ता के दवाब के दोषी हमला वरों के खिलाफ तुरन्त गिरफ्तारी कर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र कुमार चिल्लू, पीसीसी सदस्य गण राम टंडन, हाजी जमील उद्दीन कुरैशी, लक्ष्मीनारायण सिंह, नन्दलाल भारती, अजहर वारसी, सत्येंद्र केम, पूर्व पार्षद अशोक शर्मा, अश्वनी कुमार बिट्टू,सोनू सक्सैना, अनिल कुमार सिंह, आई डी श्रीवास्तव, लेखराज जाटव आदि शामिल थे।
रासुका में कार्रवाई और गिरफ्तारी की मांग
राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा एडवोकेट एवं अन्य अधिवक्ताओं ने पुलिस कमिश्नर को एक पत्र देकर मांग की है कि सपा सांसद रामजी लाल सुमन के आवास पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा किये गये हमले की कड़ी निंदा की है।
अधिवक्ताओँ ने कहा कि इस घटना से पूरी तरह साबित हो गया है कि भाजपा शासन में पूरे प्रदेश में पूरी तरह से गुंडाराज व्याप्त है। लोकतंत्र में किसी के विचारों से खिन्न होकर विरोध के और भी तमाम तरीके हैं। सभी अधिवक्तागण व कांग्रेसजन घटना की तीव्र निंदा करते हैं। हालांकि हम सभी लोग सांसद सुमन के बयान का भी समर्थन नहीं करते।
पत्र में सुमन के आवास पर गुंडागर्दी व तोड़फोड़ करने वाले तत्वों के विरुद्ध दर्ज रिपोर्ट में अन्य धाराओं के साथ-साथ रासुका, दलित एक्ट एवं जानलेवा की धाराएं भी लगाई जाएं। शीघ्र ऐसे तत्वों की गिरफ्तारी की जाए।
कार्रवाई की मांग करने वालों में अधिवक्ता राम दत्त दिवाकर, आरएस मौर्य, पवन कुमार गौतम, बीएस फौजदार, राजेंद्र गुप्ता धीरज, सत्य प्रकाश सक्सेना, उमेश जोशी, अश्विनी श्रीवास्तव, चंद्रभान निर्मल, रतीराम, राकेश नौहवार एवं जिला कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता पवन कुमार शर्मा, प्रदीप चंसौलिया, मुकेश गढ़ौक, सुरेश आमौरिया, नवीन वर्मा और ओपी वर्मा आदि शामिल हैं।