आगरा: सोमवार को कार्यालय पहुँचते ही मुख्य विकास अधिकारी ने अपने ही भवन का औचक निरीक्षण कर सरकारी कार्यालयों की स्थिति देख ली। अधिकतर विभागों में से कर्मचारी व अधिकारी गायब थे तो कुछ कार्यालयों के दरवाजे ही नहीं खुले, उनमे ताले ही लटक रहे थे। मुख्य विकास अधिकारी ए मणिकंडन ने एक एक करके लगभग 12 कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर लिया। इस निरीक्षण से विकास भवन में हड़कंप मच गया। मुख्य विकास अधिकारी ने अनुपस्थित कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए।
नही टूट रही आदत
मतगणना के बाद एक बार फिर से सरकारी कार्यालयों में काम काज शुरू हो गया है जिसके चलते कार्यालयों में लोगों की भीड़ उमड़ने लगी है। मगर अधिकारी और कर्मचारी कार्यालयों में समय से नहीं पहुँच रहे हैं। इस समस्या को लेकर सोमवार को मुख्य विकास अधिकारी ए मणिकंडन ने विकास भवन में स्थित सभी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। मुख्य विकास अधिकारी सुबह 10.05 मिनट पर विकास भवन के समाज कल्याण विभाग में पहुंचे। यहां पर तीन कर्मचारी अनुपस्थित थे। सहायक निदेशक मत्सय विभाग में एक, जिला कृषि रक्षा अधिकारी विभाग में दो, जिला अर्थ एवं संख्याधिाकरी कार्यालय में 6, पंचायत राज विभाग में 7, कृषि विभाग और सहकारिता विभाग बंद था। जिला युवा कल्याण कार्यालय में 5 कर्मचारी अनुपस्थित थे। इसके बाद साढे़ 10 बजे सीडीओ श्रम विभाग पहुंचे। यहां पर 18 कर्मचारी अनुपस्थित थे। विकास खंड अकोला में 4, विकास खंड सैंया में तीन कर्मचारी अनुपस्थित थे। ऐसा लग रहा था कि सरकारी ड्यूटी में लगी बुरी आदत अधिकारियों व कर्मचारियों से छूट नही रही जो सरकार के सुबह 10 बजे से कार्यालय में उपस्थित रहने के आदेशों को भी नहीं मान रहे हैं।
श्रम विभाग सबसे नकारा-कामचोर
मुका मुख्य विकास अधिकारी के औचक निरीक्षण में सबसे बुरी स्थिति तो श्रम विभाग की देखने को मिली। श्रम विभाग के सबसे अधिक कर्मचारी अनुपस्थित मिले। श्रम विभाग के 18 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। श्रम विभाग को सबसे नकारा और कामचोर विभाग का तमगा इस निरीक्षण से मिल गया है।