भारत का वीकल-माउंटेड काउंटर-ड्रोन सिस्टम एयरो इंडिया 2025 में सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत लॉन्च किया गया।
डीआरडीओ के ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी (टीओटी) फ्रेमवर्क के तहत विकसित इस सिस्टम से भारत की रक्षा क्षमता मजबूत होगी और ड्रोन खतरों से सुरक्षा बढ़ेगी।
बेंगलुरु, 13 फरवरी 2025: अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के साथ मिलकर एयरो इंडिया 2025 में भारत का पहला पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप आधारित वीकल-माउंटेड काउंटर-ड्रोन सिस्टम पेश किया। इस प्लेटफॉर्म का उद्घाटन डीआरडीओ के इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार प्रणाली विभाग के महानिदेशक डॉ. बी.के. दास ने किया। डीआरडीओ, रक्षा विशेषज्ञों और उद्योग जगत के प्रतिष्ठित लोगों की उपस्थिति में इस महत्वपूर्ण प्रणाली का अनावरण किया गया, जो स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
डीआरडीओ के सहयोग से विकसित, यह अत्याधुनिक सिस्टम भारत की सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। आधुनिक युद्ध प्रणाली में ड्रोन का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, जिससे सुरक्षा के लिए एक मजबूत एंटी-ड्रोन सिस्टम की आवश्यकता और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।
यह वीकल-माउंटेड काउंटर-ड्रोन सिस्टम सेना को लंबी दूरी से आने वाले किसी भी खतरे से सुरक्षा और सटीकता से तेज प्रतिक्रिया देने की सुविधा प्रदान करता है। इसमें ऑटोमेटिक ड्रोन डिटेक्शन, क्लासिफिकेशन और न्यूट्रलाइजेशन जैसी उन्नत सेंसर क्षमताएं शामिल हैं।
यह पूरा एंटी-ड्रोन सिस्टम एक 4×4 वाहन में मौजूद है, जो इसे काफी मारक बनाता है। इसमें सटीक ड्रोन न्यूट्रलाइजेशन के लिए हाई-एनर्जी लेजर सिस्टम, हवाई खतरों के लिए 7.62 मिमी गन, रेडार, एडवांस्ड इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सेंसर, जैमर आदि लगे हैं। यह 10 किमी की रेंज तक ड्रोन को ट्रैक करके नष्ट कर सकता है।
इस अवसर पर बोलते हुए, अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस के सीईओ, आशीष राजवंशी ने कहा, “यह भारत के डिफेंट इनोवेशन इकोसिस्टम की सफलता का प्रमाण है, जिसे डीआरडीओ के विश्वस्तरीय अनुसंधान एवं विकास और ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी (टीओटी) फ्रेमवर्क द्वारा संचालित किया गया है। अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस को गर्व है कि उसने डीआरडीओ की अत्याधुनिक तकनीक को एक सक्रिय समाधान में परिवर्तित किया है, जो हमारी सशस्त्र सेनाओं की उभरते ड्रोन खतरों से निपटने की क्षमता को मजबूत करता है।”
डीआरडीओ के महानिदेशक (इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन सिस्टम), डॉ. बी.के. दास ने कहा, “वीकल-माउंटेड काउंटर-ड्रोन सिस्टम की शुरुआत भारत की रक्षा तैयारियों को असममित खतरों के खिलाफ मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह प्रणाली कई एंटी-ड्रोन तकनीकों को एक अत्यधिक मोबाइल प्लेटफॉर्म में एकीकृत करती है, जिससे यह तेजी से प्रतिक्रिया और संचालन में लचीलापन सुनिश्चित करती है।”
इस प्रणाली का लॉन्च अत्याधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकियों को स्वदेशी रूप से विकसित करने, आयात पर निर्भरता घटाने और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता को और सशक्त करता है। जैसे-जैसे मानव रहित हवाई खतरों का विस्तार हो रहा है, वैस-वैसे अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस और डीआरडीओ का यह सहयोग विश्वस्तरीय, स्वदेशी समाधान के माध्यम से भारत की रक्षा क्षमताओं को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
एयरो इंडिया 2025 भारत की एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में प्रगति को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण मंच है। इस प्रणाली के अनावरण के साथ, भारत ने वैश्विक रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र में अपनी मजबूत स्थिति को और अधिक सशक्त किया है।
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