उन्होंने कहा है कि फिल्म अन्नपूर्णी के ज़रिए हम लोगों को एक सकरात्मक संदेश देना चाहते थे, ये फ़िल्म लोगों को प्रेरित करने के लिए बनायी गई थी और किसी की भावनाओं को दुखाना हमारा मकसद नहीं था.
उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा- “हम एक सकारात्मक संदेश देने की ईमानदार कोशिश कर रहे थे, जिससे अनजाने में लोगों की भावनाएं आहत हुईं. हमें उम्मीद नहीं थी कि एक फिल्म जिसे सेंसर बोर्ड ने पास किया है और जो थिएटरों में रिलीज़ हो चुकी है उसे ओटीटी से हटाया जाएगा.”
“मैं और मेरी टीम किसी की भावनाएं आहत करना नहीं चाहते और हमें मामले की गंभीरता का अहसास है. मैं खुद भगवान में आस्था रखती हूं और अक्सर मंदिर जाती हूं, तो मैं लोगों की भावनाएं आहत करने के बारे में सोच भी नहीं सकती. जिन्हें भी हमारी फ़िल्म से दुख पहुंचा है, मैं उनसे माफ़ी मांगती हूं.”
तमिल फिल्म ‘अन्नपूर्णी: द गॉडेस ऑफ फूड’ में नयनतारा मुख्य भूमिका में हैं. फिल्म एक रूढ़िवादी हिंदू ब्राह्मण परिवार की एक लड़की की कहानी है जो कठिनाइयों का सामना करते हुए शेफ बनने का सपना देखती है.
ये फ़िल्म 1 दिसंबर को सिनेघरों में रिलीज़ की गयी थी और 29 दिसंबर को इसे नेटफ़्लिक्स पर रिलीज़ किया गया था. लेकिन ओएटीटी पर आते ही इसे लेकर विवाद शुरू हो गया.
इस फिल्म के खिलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गयी और फिर इसे नेटफ़्लिक्स से हटा लिया गया.
–एजेंसी
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