किशोर कुमार के चुलबुले गीतों से सजी टीएससी की शाम
किशोर कुमार को याद करके नम हुई आंखें
आगरा 4 अगस्त: “द सिंगर्स क्लब बाई विक्रम शुक्ला” के सदस्यों द्वारा भारतीय सिनेमा के सबसे लोकप्रिय और बहुमुखी गायक किशोर कुमार के 95वें जन्मदिन पर आयोजित एक संगीतमय शाम में किशोर दा को याद करते हुए उनके मधुर गीतों को सुरों से सजाया।
कार्यक्रम का शुभारंभ 15 वीं बटालियन पीएसी आगरा के कमांडेंट नरेंद्र कुमार सिंह (आई.पी. एस.) एवम टीएससी संस्थापक विक्रम शुक्ला, टीएससी कप्तान मनीषा, उप कप्तान लता दौलतानी द्वारा गायत्री मंत्र के उच्चारण के साथ हुआ। किशोर दा की याद में आयोजित संगीतमय शाम में 15 प्रस्तुतियों के माध्यम से किशोर कुमार को सभी ने याद किया और इस दौरान कार्यक्रम संचालक विवेक कुमार जैन ने किशोर कुमार के जीवन से जुड़े अनछुए रोचक किस्सों, संगीत यात्रा के 41 वर्ष के संबध में भी जानकारी दी।
किशोर दा की याद में हुई संगीतमय शाम का प्रारंभ किशोर कुमार के गाए एक भजन “जय भोलेनाथ जय हो प्रभु ” को विनोद कुमार ने अपना स्वर दिया।अरुण माथुर ने याराना फिल्म का मधुर गीत “छूकर मेरे मन को दिया तूने क्या इशारा “,नरेंद्र कुमार सिंह ने लावारिस फिल्म का गीत “अपनी तो जैसे तैसे “अनुज भगोर ने “मेरे महबूब कयामत होगी, आज रूसवां तेरी गलियों में मोहब्बत होगी”, सौमिन सिन्हा ने ” जीवन के दिन छोटे सही ”
मनीषा ने “ओ हंसिनी मेरी हंसिनी”लवीना जैन ने कटी पतंग फिल्म का मशहूर गाना “ये जो मोहब्बत है ये उनका है काम “, विवेक कुमार जैन ने भी कटी पतंग का ही एक कर्ण प्रिय गीत “प्यार दीवाना होता है,मस्ताना होता है” सुनील मथरानी ने “जिंदगी एक सफर है सुहाना “कविशा मथरानी ने “जिंदगी का सफर है ये कैसा सफर”, लता दौलतानी ने अगर तुम न होते फिल्म का “हमें और जीने की चाहत न होती”अनु अग्रवाल ने “कभी बेकसी ने मारा”मोनिका लखनपाल ने “ये जीवन है इस जीवन का ” जसपाल खुराना ने “काहे पैसे में इतना गुरुर करें है मैशअप “नगमे गाकर किशोर कुमार को याद किया।
एक बार फिर मिलने के वादे के साथ किशोर दा को समर्पित इस संगीतमय शाम का समापन हुआ। इस शाम में वरिष्ठ गायक एस.पी. सिंह और प्रख्यात ड्रम वादक डी.के. सचदेवा भी उपस्थित थे।
-विवेक कुमार जैन