एशिया की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी का गुजरात की राजधानी गांधीनगर में 12वां संस्करण शुरु, ‘आत्मनिर्भर भारत’ की शक्ति दिखाई देगी

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डिफेंस एक्सपो-2022 में रक्षा क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ की शक्ति देखने को मिलेगी। साथ ही इंडियन पवेलियन में भारत के 2047 के विजन को प्रदर्शित किया जाएगा। भारतीय रक्षा उत्पादों के साथ-साथ स्टार्टअप और आधुनिक तकनीकों को शोकेस किया जाएगा। इस मौके पर आयोजित होने वाला ड्रोन शो साबरमती रिवरफ्रंट पर किया जाएगा।

डिफेंस मैनुफैक्चरिंग हब के क्षेत्र में उभरते हुए भारत की ताकत इस प्रदर्शनी में देखने को मिलेगी। इंडियन कोस्ट गार्ड पोरबंदर पर शिप विजिट भी कर पाएंगे। डिफेंस एक्सपो का आयोजन दो साल बाद हो रहा है। 2020 में डिफेंस एक्सपो लखनऊ में आयोजित हुआ था।

डेफएक्सपो के तहत सेना, नौसेना, वायु सेना, तटरक्षक बल, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करेंगे। यह आयोजन प्रतिदिन शाम 4.45 बजे से साबरमती रिवर फ्रंट पर होगा।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस प्रदर्शन में कॉम्बैट फ्रीफॉल, सारंग हेलो एरोबेटिक्स, हेलो से बोट में फिसलना, हाई स्पीड बोट रन और दुश्मन की चौकियों का ध्वस्त करने जैसी गतिविधियां शामिल होंगी। 50 से अधिक स्टार्टअप अपने उत्पादों को इस पवेलियन में प्रदर्शित करेंगे। पहली बार, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के पवेलियन भी देखने को मिलेंगे।

राजनाथ सिंह ने कहा कि रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में भारत की क्षमताओं को प्रदर्शित करेगी। उन्होंने कहा कि भारत रक्षा उत्पादों का एक बडा निर्यातक है। मौजूदा समय में वह रक्षा उत्पादों का निर्यात करने वाले दुनिया के 25 शीर्ष देशों में शामिल हो चुका है।

आज से गुजरात में शुरू डिफेंस एक्सपो के 12वें संस्करण में भारतीय राइफल निर्माता वी रामकृष्ण ने कहा कि हमने ‘बॉर्न इन भारत’ मुहावरा गढ़ा है। एक-एक पार्ट बनाकर सब कुछ देशी है। उन्होंने कहा कि हम सभी बौद्धिक संपदा के मालिक हैं। जहां तक स्थानीय सामग्री का संबंध है, हम लागत के मामले में लगभग 85% अंक प्राप्त कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना स्पष्ट रूप से मेक इन इंडिया मॉडल की ओर बढ़ रही है, इसमें कोई संदेह नहीं है। हमारे कुछ उत्पादों ने सेना में अपनी जगह बनाई है। हम गृह मंत्रालय के साथ भी काम कर रहे हैं।

भारत प्रगति की ओर

भारतीय नौसेना के वाइस चीफ वाइस एडमिरल सतीश एन घोरमडे ने इस मौके पर कहा कि DefExpo-2022 भारतीय कंपनियों के लिए अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करने का एक शानदार अवसर है। इस पर भारतीय कंपनियों की प्रतिक्रिया शानदार रही है। उन्होंने कहा कि भारत प्रगति की ओर है। हम सभी युद्ध क्षेत्रों – हवा, पानी के नीचे और सतह पर लड़ाई के लिए हर तरह से काफी हद तक आगे बढ़ चुके हैं। हम नौसेना की हवा से जहाज में मार करने वाली मध्यम दूरी और कम दूरी की मिसाइल, पनडुब्बी लॉन्च क्रूज मिसाइलों को विकसित करने में अच्छी प्रगति कर रहे हैं।

गांधीनगर में ‘मंथन’ समारोह में रक्षा मंत्री ने किया संबोधित

इस मौके पर गांधीनगर में आयोजित ‘मंथन’ समारोह में रक्षा मंत्री ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि गुजरात से लेकर असम और कश्मीर से कन्याकुमारी तक हमारे देश में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। उन्हें पहचानने, परिष्कृत करने और राष्ट्र की प्रगति से जोड़ने की जरूरत है। देश के सम्मिलित प्रयासों से आने वाले समय में भारतीय रक्षा क्षेत्र विश्व में अग्रणी होगा। न केवल जनसांख्यिकी की दृष्टि से बल्कि दिमाग से भी भारत आज दुनिया का सबसे युवा देश है। इसकी सोच नई है, इसके लक्ष्य नए हैं और इसलिए नए उद्देश्यों की ओर जाने वाले रास्ते भी नए होने चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि  iDEX भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहलों में से एक है। इसे डेफ-एक्सपो 2018 के दौरान पीएम द्वारा लॉन्च किया गया था। इसकी उत्कृष्टता के कारण, इसे पिछले साल प्रधान मंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

-Compiled by up18 News


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