टी20 विश्व कप के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की तैयारी अपने अंतिम चरण में है। हालांकि इस दौरान टीम इंडिया खिलाड़ियों के चोट से परेशान है। पहले रविंद्र जडेजा घुटने में चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए। इसके बाद टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को स्ट्रेस फ्रैक्चर हो गया। इस कारण वह साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सीरीज से बाहर हो गए हैं। टी20 विश्व कप में भी उनका खेलना अब तय नहीं है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आईसीसी के इस बड़े टूर्नामेंट से पहले टीम इंडिया के सामने चुनौतियां बढ़ गई है।
हालांकि इसके बावजूद टीम इंडिया विश्व कप जीतने के प्रबल दावेदारों में से एक हैं। मौजूदा समय में भारत टी20 फॉर्मेट में सबसे मजबूत टीम मानी जाती है। इस तरह लगातार चोट से जूझने के बावजूद टीम इंडिया चैंपियन बन सकती है, जिसके लिए उसे खास तिकड़म को अपनाना होगा जो पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी साल 2007 में अपनाया था।
चैंपियन बनने का 5-2-4 का तिकड़म
भारतीय क्रिकेट टीम पिछले एक साल से लगातार प्रयोग के दौर से गुजर रही है। टी20 विश्व कप से पहले टीम में कई खिलाड़ियों को मौका दिया गया। हालांकि इसके लिए अब 15 खिलाड़ियों का चयन किया जा चुका है। वहीं ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप की शुरुआत इसी महीने 16 अगस्त को हो रही है और टीम इंडिया का पहला मैच अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के साथ 23 अक्टूबर को होगा। टीम इंडिया के सामने पहले ही मैच में कड़ी टक्कर मिलने वाली है। ऐसे में भारतीय टीम की कोशिश होगी कि वह पहले ही मैच में जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत करें।
कप्तान रोहित शर्मा की कोशिश होगी कि वह एक खास रणनीति के साथ मैदान पर उतरे। रोहित के इस रणनीति में 5-2-4 का तिकड़म भी देखने को मिल सकता है। दरअसल, इस फार्मूले के हिसाब से टीम के प्लेइंग इलेवन में पांच बैटर, दो ऑलराउंडर और चार गेंदबाजों के संयोजन देखने को मिल सकता है। इस संयोजन में उम्मीद है कि भारतीय टीम के प्लेइंग इलेवन में रोहित शर्मा, केएल राहुल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत/दिनेश कार्तिक का बैटर के तौर पर खेलना तय है। वहीं ऑलराउंडर में टीम इंडिया क हार्दिक पांड्या और अक्सर पटेल पर अधिक भरोसा जता सकती है। इसके अलावा गेंदबाजी विकल्प में टीम के पास भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल, अर्शदीप सिंह और युजवेंद्र चहल का संयोजन होगा।
2007 विश्व कप में धोनी ने इसी संयोजन से किया था कमाल
भारतीय क्रिकेट टीम महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2007 में पहली बार टी20 विश्व कप चैंपियन बनी थी। धोनी ने इस विश्व कप में एक नई टीम के साथ बेहतरीन संयोजन बिठाया था जिसके कारण भारत ने फाइनल में पाकिस्तान के ऊपर रोमांचक जीत दर्ज कर खिताब अपने नाम किया। इस टूर्नामेंट में भी धोनी ने टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन के लिए 5-2-4 के तिकड़म को भिड़ाया था। धोनी ने टूर्नामेंट में बल्लेबाजों के अलावा उन खिलाड़ियों पर सबसे अधिक भरोसा जताया था जो ऑलराउंडर थे, जिन्होंने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में धमाल मचाया।
ऐसे में 15 साल बार एक बार फिर से कप्तान रोहित शर्मा के पास मौका है कि वह टीम इंडिया को दूसरी बार चैंपियन बनाए।
-एजेंसी
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