उत्तर भारत के सबसे बड़े लुलु मॉल में नमाज पढ़ने के मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को मंगलवार सुबह गिरफ्तार कर लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा 4 अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। पकड़े गए लोगों में तीन लखनऊ जबकि एक सीतापुर का है।
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लुलु मॉल में हुई हालिया घटनाओं पर नाराजगी जताई है। पुलिस-प्रशासन के आला अफसरों संग विडियो कांफ्रेंसिंग में सीएम ने कहा कि लखनऊ में एक मॉल खुला है जो अपनी व्यवसायिक गतिविधियां चला रहा है। उसको राजनीति का अड्डा नहीं बनाया जाना चाहिए।
हिंदू संगठनों ने हनुमान चालीसा पढ़ने की दी थी धमकी
राजधानी लखनऊ का लुलु मॉल उद्घाटन के पहले से ही चर्चा में आ गया था। इसकी खासियत, तस्वीरें, मालिक का नाम, लुलु का मतलब ये सभी चीजें गूगल पर सर्च की जाने लगीं। 10 जुलाई को उद्घाटन करने खुद प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ पहुंचे और मॉल के मालिक यूसुफ अली ने खुद ड्राइव कर उन्हें मॉल घुमाया लेकिन दो दिन बाद ही मॉल में नमाज पढ़े जाने का वीडियो सामने आया और विवाद खड़ा हो गया। हिंदू संगठनों ने विरोध जताया और आगे हनुमान चालीसा पढ़ने की बातें कही जाने लगीं।
जानबूझकर विवाद पैदा करने की कोशिश
पुलिस की जांच में पता चला है कि 12 जुलाई को नमाज पढ़ने वाले पैदल आए थे। सीसीटीवी फुटेज देखने से पता चला कि नमाज के समय उनकी दिशा भी गलत थी। युवकों ने 17-18 सेकेंड में नमाज पढ़ी जबकि ठीक से नमाज पढ़ी जाए तो करीब 10 मिनट तक लगते हैं। इससे यह बात साफ हो गई कि चर्चा में आए लुलु मॉल से जोड़कर जानबूझकर विवाद पैदा किया गया।
2 हजार करोड़ में बना है लुलु मॉल
लुलु मॉल नेशनल हाईवे 27 पर है, जो लखनऊ-सुल्तानपुर नेशनल हाईवे है। इस मॉल के लिए हाईवे के बगल में एक डेडिकेटेड सर्विस लेन भी है। सिटी सेंटर और एयरपोर्ट से इस मॉल में जाने में करीब 20 मिनट का वक्त लगता है। सुशांत गोल्ड सिटी में यह मॉल 1,85,800 स्क्वायर मीटर में बना है। यह लखनऊ का सबसे बड़ा मॉल है, जो सुशांत गोल्फ सिटी में 11 एकड़ में करीब 2 हजार करोड़ रुपये की लागत से बना है। यह मॉल देश के सबसे बड़े शॉपिंग मॉल्स में से एक है।
-एजेंसी