उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति चुनाव की हलचल तेज है। भारतीय जनता पार्टी की ओर से तैयारियों को पहले पूरा कराया जा चुका है। 8 जुलाई को मुख्यमंत्री आवास पर एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में रात्रि भोज का आयोजन किया गया जिसमें सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अध्यक्ष शिवपाल यादव और जनसत्ता दल के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी पहुंचे थे।
अब समाजवादी पार्टी अपने विधायकों को एकजुट करने का प्रयास करती दिख रही है। इसके पीछे पिछले दिनों शिवपाल यादव की ओर से उठाए गए मामले को भी ध्यान में रखा जा रहा है। साथ ही पार्टी विधायकों को राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के बारे में बताने की तैयारी अखिलेश यादव कर रहे हैं। सपा की डिनर डिप्लोमेसी पर अब हर किसी की नजर रहने वाली है।
यूपी चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी, अपना दल कमेरावादी, महान दल और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरी थी। हालांकि, चुनाव परिणाम के बाद महान दल गठबंधन से बाहर हो चुकी है। सुभासपा ने राष्ट्रपति चुनाव में सपा गठबंधन के साथ खड़े न रहने का ऐलान कर दिया है। प्रसपा अध्यक्ष और सपा विधायक शिवपाल यादव बागी तेवर अपनाए हुए हैं। ऐसे में सपा के साथ अभी केवल रालोद ही खड़ी नजर आ रही है।
राष्ट्रपति चुनाव की सोमवार को होने वाली वोटिंग से पहले पार्टी खुद को मजबूत और एकजुट दिखाने की कोशिश में है। ऐसे में रविवार की शाम को होने वाली डिनर पार्टी काफी महत्वपूर्ण हो गई है। इसमें आने और अनुपस्थित रहने वाले विधायकों पर हर किसी की नजर होगी।
सभी विधायकों को निर्देश
समाजवादी पार्टी की ओर से पार्टी के सभी 111 विधायकों को रविवार की शाम तक लखनऊ पहुंचने को कहा गया है। पार्टी विधायकों के लिए रविवार की रात सुल्तानपुर के इसौली से विधायक मोहम्मद ताहिर के घर पर डिनर पार्टी रखी गई है। इस डिनर पार्टी में राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग के बारे में विधायकों को जानकारी दी जाएगी। इस दौरान वोटिंग के नियमों के बारे में भी बताया जाएगा। डिनर पार्टी में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के भी पहुंचने का कार्यक्रम है। ऐसे में वे भी विधायकों को संबोधित कर सकते हैं।
शिवपाल के बयान पर मची है हलचल
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने अलग ही तरीके से विरोध का स्वर तेज कर दिया है। उन्होंने यशवंत सिन्हा के मुलायम को आईएसआई का एजेंट तक बताने वाले बयान पर निशाना साधा है और सपा कार्यकर्ताओं को इसकी याद दिलाई है। शिवपाल ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को एक खुली चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने ‘नेताजी’ को आईएसआई का एजेंट बताकर अपमानित करने वाले राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत को समर्थन पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है। साथ ही उन्होंने अपने भतीजे को पुराना वाक्या भी याद दिलाया है।
यह चिट्ठी तो शिवपाल ने अखिलेश को लिखी है, मगर इसके जरिए उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं को भी संदेश दिया है। चिट्ठी में शिवपाल ने लिखा कि यह नियति की अजीब विडंबना है कि सपा ने राष्ट्रपति चुनाव में ऐसे व्यक्ति का समर्थन किया, जिसने हम सभी के अभिभावक तथा प्रेरणा व ऊर्जा के स्रोत नेताजी को आईएसआई का एजेंट बताया था। दुर्भाग्यपूर्ण है कि सपा को राष्ट्रपति प्रत्याशी के तौर पर एक अदद समाजवादी विरासत वाला नाम न मिला। उनके बयान ने हलचल बढ़ा दी है।
-एजेंसी