भड़काऊ बयानों को लेकर दिल्ली पुलिस की तरफ से दर्ज की गई 2 एफआईआर में एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी का नाम भी शामिल किया गया है. यति नरसिंहानंद का भी नाम एफआईआर में जोड़ा गया है. ये दोनों नाम उस एफआईआर में शामिल है, जिनमें पहले ही नुपूर शर्मा के अलावा आठ अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. दिल्ली पुलिस ने माहौल खराब करने के मामले में जो दो एफआईआर दर्ज की है.
ओवैसी पर केस दर्ज होने के तुरंत बाद पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने के बाहर अचानक एआईएमआईएम के कई कार्यकर्ता एकत्रित होकर नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया। नूपुर शर्मा प्रकरण में ओवैसी लगातार तीखी बयानबाजी कर रहे हैं। श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर और गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने 17 जून को दूसरे संप्रदाय की धार्मिक पुस्तकें लेकर दिल्ली की जामा मस्जिद पर जाने की बात कही है।
नफरत फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस का ऐक्शन
दिल्ली पुलिस ने बुधवार को कहा कि उसने कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है जो कथित तौर पर नफरत भरे संदेश फैला रहे हैं, विभिन्न समूहों को उकसा रहे हैं और ऐसी स्थिति पैदा कर रहे हैं जो शांति व्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकती है। पुलिस ने बताया कि स्पेशल सेल की ‘इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटजिक ऑपरेशन’ (आईएफएसओ) यूनिट ने एफआईआर दर्ज की है।
इन लोगों के खिलाफ भी एफआईआर
पहली एफआईआर में नूपुर शर्मा का नाम है, जिन्होंने पिछले दिनों एक टीवी डिबेट शो के दौरान पैगंबर मोहम्मद साहब के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नुपूर को पार्टी निलंबित कर चुकी है। दूसरी एफआईआर में नवीन कुमार जिंदल, शादाब चौहान, सबा नकवी, मौलाना मुफ्ती नदीम, अब्दुर रहमान और गुलजार अंसारी के नाम हैं। आईएफएसओ के पुलिस उपायुक्त के पी एस मल्होत्रा ने कहा कि प्राथमिकी अलग-अलग धर्मों के लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है।
-एजेंसी
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