ट्रफालगर स्क्वायर, लंदन। मिट्टी को बचाने के लिए सेव सॉइल (Save Soil) अभियान के तहत सद्गुरु जग्गी वासुदेव की 100 दिन की यात्रा को आज लंदन में प्रसिद्ध ट्रफालगर स्क्वायर से झंडी दिखाई गई। मिट्टी के खराब होने को तत्काल रोकने और पलटने के लिए सद्गुरु ने जागरूक धरती अभियान शुरू किया है।
30,000 किलोमीटर, 27 देश, एक लक्ष्य
मोटरसाइकिल पर अकेले 30,000 किलोमीटर की यात्रा शुरू करके सद्गुरु अगले कुछ महीनों में यूके, यूरोप, और मिडल-ईस्ट से होते हुए भारत तक 27 देशों से गुजरेंगे, और दुनिया के नेताओं, मीडिया, और प्रमुख विशेषज्ञों से मिलेंगे और मिट्टी को बचाने के लिए संगठित कार्यवाही करने की तत्काल जरूरत पर जोर देंगे।
यूएन कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेज़र्टिफिकेशन (UNCCD) के अनुसार, 2050 तक धरती की 90 प्रतिशत मिट्टी बेकार हो सकती है, जिससे दुनियाभर में विनाशकारी संकट आ सकता है, जिसमें भोजन और पानी की कमी, सूखा और अकाल, विपरीत जलवायु परिवर्तन, भारी मात्रा में लोगों का पलायन, और प्रजातियों का अभूतपूर्व दर से विलुप्त होना शामिल है। ‘मिट्टी का क्षय’ मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है, क्योंकि मिट्टी के तेजी से खराब होने से धरती भोजन पैदा करने की क्षमता को खो रही है।
मिट्टी बचाओ अभियान दुनियाभर में नागरिकों का समर्थन जुटाना और उसे प्रदर्शित करना चाहता है, ताकि सरकारें मिट्टी को पुनर्जीवित करने और उसका और अधिक क्षय रोकने के लिए नीतियां बनाकर कार्यवाही करने में सक्षम हो सकें। इसे संभव बनाने के लिए, अभियान का लक्ष्य दुनिया के 60 प्रतिशत मतदाताओं तक यानी 3.5 अरब लोगों तक पहुंचना है।
पिछले सप्ताह में, छह केरबियन देशों ने जागरूक धरती के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने का ऐतिहासिक पहला कदम उठाया, जो मिट्टी बचाओ अभियान के प्रति प्रतिबद्धता की जोशीली अभिव्यक्ति है।
अभियान को वैश्विक नेताओं समर्थन प्राप्त है, जैसे प्रसिद्ध संरक्षणकर्ता डॉ. जेन गुडाल, परम पूज्य दलाई लामा, वर्ल्ड एकॉनमिक फोरम के कार्यकारी चेयरमैन क्लॉस श्वाब। अभियान को कई प्रसिद्ध कलाकारों, खेल जगत के लोग, उद्यमों के प्रमुख, और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों का भी समर्थन प्राप्त है, जैसे मार्क बेनिऑफ (Salesforce), दीपक चोपड़ा, टोनी रॉबिंस, मैथ्यू हेडेन, क्रिस गेल, जूही चावला और संजीव सान्याल।