फ्लीका इंडिया ने भारी कमर्शियल वाहनों के लिए बनाया एक सबसे उन्नत टीपीएमएस डिवाइस- ‘फ्लीका कवच’

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टायर प्रेशर, अलाइनमेंट और तापमान के बारे में रीयल टाइम जानकारी प्रदान करने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी सिग्नल का इस्तेमाल करता है ‘फ्लीका कवच’

जयपुर: जयपुर स्थित स्टार्ट-अप फ्लीका इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने भारी कमर्शियल वाहनों के लिए एक सबसे उन्नत टीपीएमएस डिवाइस ‘फ्लीका कवच’ बनाया है। यह देश का पहला एआई-संचालित स्मार्ट ट्रक टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम है। यह टीपीएमएस (टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम) एक रिम-माउंटेड इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम है जो की पहिए की घूमने की रफ्तार की निगरानी करता है, साथ ही अन्य बाहरी संकेतों पर भी नजर रखता है। बिना किसी सिग्नल बूस्टर के, यह प्रणाली भारी वाहनों के टायरों में हवा के दबाव और तापमान के बारे में 20 सेकंड के भीतर चालक को सचेत करती है। इस प्रणाली को ट्यूबलेस और ट्यूब टायर में लगाया जा सकता है और इससे न केवल टायरों की उम्र बढ़ेगी, बल्कि सड़क सुरक्षा और पर्यावरण में भी सुधार होगा।

इस डिवाइस के बारे में और अधिक जानकारी देते हुए फ्लीका इंडिया के फाउंडर और सीईओ श्री टीकम जैन ने कहा, ‘‘वर्षों के शोध और कई परीक्षणों के बाद हम कवच लॉन्च कर रहे हैं। हमें टीपीएमएस डिवाइस को लॉन्च करते हुए खुशी का अनुभव हो रहा है। यह डिवाइस लॉजिस्टिक्स उद्योग में नए और उत्कृष्ट प्रयोग करने के हमारे उद्देश्य के अनुरूप है। यह प्रणाली ट्यूब और ट्यूबलेस टायरों के लिए लागू की जा सकती है और इसकी अनूठी डिजाइन टीपीएमएस उपकरणों को हटाने और फिट करने में बहुत आसान बनाती है। डिवाइस रिम पर लगे होते हैं और यह सीधे ड्राइव एक्सल को चोरी से सुरक्षा देता है। चूंकि ये उपकरण रिचार्जेबल और लंबे समय तक चलने वाले हैं, इसलिए टीपीएमएस के लिए उपयोग की जाने वाली डेटा कम्युनिकेशन की तकनीक के तौर पर आरएफ (रेडियो फ्रीक्वेंसी) का उपयोग किया जाता है। यह टेक्नोलॉजी इन वाहन श्रेणियों के लिए किसी भी उपलब्ध टीपीएमएस से तेज है और संकेतों को बढ़ाने के लिए इसे किसी बूस्टर की आवश्यकता भी नहीं है।

उन्होंने आगे कहा, ‘‘हम लॉजिस्टिक्स और फ्लीट उद्योगों में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल बढ़ाने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं। यह स्मार्ट तकनीक ड्राइवरों को ड्राइविंग से जुड़ी महत्वपूर्ण स्थितियों जैसे वाहन का गलत अलाइनमेंट और एक या अधिक टायर में दबाव का कम होना जैसे खतरों से आगाह करेगी और इस तरह वे अपने वाहनों के टायरों की बेहतर तरीके से निगरानी कर पाएंगे। चूंकि टायर में सेंसर लगे होते हैं, इसलिए डेटा को रेडियो सिग्नल की तरह डैशबोर्ड पर भेजा जा सकता है। टायरों में हवा का दबाव कम होने पर ड्राइविंग में बहुत जोखिम हो सकता है, जिससे दुर्घटनाएं भी हो सकती हैं। टीपीएमएस सिस्टम ग्राफिक डिस्प्ले, डैशबोर्ड पर एक बेसिक लो-प्रेशर इंडिकेटर या स्मार्टफोन ऐप के जरिए ड्राइवर को रियल-टाइम अपडेट देता है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह टेक्नोलॉजी स्मार्ट टायरों की जरूरत और इनसे मिलने वाले फायदों पर जोर देगी, साथ ही साथ यह भी सिखाएगी कि कैसे वाहन पर पूर्ण नियंत्रण रखते हुए सुरक्षा उपायों का सहारा लिया जा सकता है। इसके परिणामस्वरूप, हम एक मजबूत ब्रांड कनेक्शन स्थापित करने और लॉजिस्टिक्स उद्योग में अपनी स्थिति मजबूत करने की उम्मीद कर रहे हैं। फ्लीका का कवच उत्कृष्टता, दक्षता और सहनशक्ति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

-up18 News


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