आगरा। होम्योपैथी के क्षेत्र में भारत की प्रतिभा और चिकित्सा-दृष्टिकोण की अंतरराष्ट्रीय पहचान को और मजबूत करते हुए नेमिनाथ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, आगरा के प्राचार्य प्रो. डॉ. प्रदीप गुप्ता ने हाल ही में पोलैंड में आयोजित पोलैंड स्कूल ऑफ क्लासिकल होम्योपैथी सेमिनार में नेतृत्वकारी भागीदारी निभाई।
इस सेमिनार में डॉ. गुप्ता ने कैंसर जैसे जटिल और असाध्य रोगों में होम्योपैथिक चिकित्सा की प्रभावशीलता पर गहन प्रस्तुति दी, जिसने न सिर्फ उपस्थित चिकित्सकों और छात्रों को प्रेरित किया बल्कि एलोपैथी की सीमाओं के बीच एक वैकल्पिक उम्मीद की खिड़की भी खोली।
प्रो. गुप्ता ने सेमिनार में अपने अनुभव साझा करते हुए ऐसे रोगियों के केस प्रस्तुत किए जो पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों से निराश हो चुके थे। उनकी प्रस्तुति में कैंसर रोगियों की दीर्घकालिक होम्योपैथिक चिकित्सा, रोग की प्रगति में आई ठहराव और सुधार के प्रमाण तथा वैज्ञानिक रूप से व्याख्यायित सिद्धांत सम्मिलित थे।
उनकी केस स्टडीज़ ने यह स्थापित किया कि होम्योपैथी मात्र विकल्प नहीं, बल्कि गंभीर बीमारियों के लिए संभावित समाधान भी है।
अपने उद्बोधन में प्रो. डॉ. गुप्ता ने पोलैंड के चिकित्सकों व छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, मैं यहाँ उन पीड़ितों के लिए हूँ जो पोलैंड में चिकित्सा की आशा देख रहे हैं। मेरा उद्देश्य आपको वह ज्ञान देना है जिससे आप उनकी पीड़ा को कम कर सकें। मैं स्वयं इलाज नहीं कर सकता, लेकिन आप कर सकते हैं।
उनकी यह विनम्रता और चिकित्सा के प्रति समर्पण से भरी पंक्तियाँ लंबे समय तक उपस्थित जनों के मन में गूंजती रहीं।
पोलैंड स्कूल ऑफ क्लासिकल होम्योपैथी की प्रधानाचार्य डॉ. अर्काडियस स्टैनकीविक्ज़ ने कहा, प्रो. डॉ. प्रदीप गुप्ता की विशेषज्ञता, अनुभव और सेवा भावना ने हमारी पूरी संस्था को गहराई से प्रेरित किया है। वे न केवल एक चिकित्सक, बल्कि एक शिक्षक और मानवता के सच्चे सेवक हैं।